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________________ श्रीमहा० ईनखत्तमुवागए चंदे पुबण्डसमयमि सुसमदूसमाए एगूणनउइपक्सेसु सेसेसु कयचउद्दसमतबोकम्मो दसहिं मुणि-AI IPIसहस्सेहिं सद्धिं परिचत्तचउबिहारो कयपाओवगमणो पजंकासणसंठिओ वेयणियाउयनामगोयकम्माणं अंतं निषाण, करिता सिवमयलमणुत्तरं पत्तोत्ति। ॥१९॥ अह बत्तीसपि सुरिंदा दुस्सहदुक्खविहुरेण भरहनरिंदेण समेया वाहपब्वाहाउललोयणजुयला पणमिऊण भग-181 बत नंदणवणाओ सरसगोसीसकसणागरुपमुहसोक्खकट्ठाई आणाविति। तो-पुटवेण जिणस कए वहायारं चियं रयाविति । दक्खिणदिसाएँ तसं इक्खागुकुलुम्भवनिमित्तं ॥ १४६ ॥ अवरेण उ चउरंसं वित्थरवंतं विसिट्टकटेहिं । अवसेसाण मुणीणं सरीरसकारकजेणं ॥ १४७ ॥ ताहे खीरोदय(जल)ण्हवणसुइसुरहिचंदणविलित्तं । आरोवेति सरीरं चियाएँ सक्का जिणिदस्स ॥ १४८ ॥ भवणवइपमुहदेवा ण्हवियविलित्ताई सेससाहूणं । आरोति दुहत्ता देहाई नियनियचियासु ॥ १४९ ॥ तत्वो अग्गिकुमारा जहक्कम तासु सक्कवयणेणं । वयणेहिं निराणंदा मुयंति जालाउलं जलणं ॥ १५० ॥ एवं सरीरसक्कारमायरेणं सुरेसरा काउं । नियनियठाणेसु गया विच्छायमुहा विगयसोहा ॥ १५१ ॥ भरहनरिंदो पुण महासोगाभिभूओ सगिहमागओ, तत्थ य दढवजपडणाइरित्तसोगसंभारजजरियसरीरो मनुपूरियगलसरणी संकंदणपोकमुक्कारा(वा)णुसाररोयणारावविहियसोगपमोक्खो अट्ठावयसेलसिहरंमि सवरयणमयं महंत । -८-०८-C 91964
SR No.010405
Book TitleMahavira Charitam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGunchandrasuri
PublisherDevchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
Publication Year1929
Total Pages708
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size277 MB
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