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Kasaya Pahuda Sunta [5 Pradesa Vibhakti] 133. The Satkamma (meritorious activity) of the Radi-vedana (feeling of aversion) is distinguished. 134. The Satkamma of the Itthi-veda (female sex) is innumerable times greater than that of the Radi-vedana. 135. The Satkamma of the Soga (grief) is distinguished. 136. The Satkamma of the Aradi (non-aversion) is distinguished. 137. The Satkamma of the Gava-sayaveda (neuter sex) is distinguished. 138. The Satkamma of the Duggucha (disgust) is distinguished. 139. The Satkamma of the Bhaya (fear) is distinguished. 140. The Satkamma of the Purisa-veda (male sex) is distinguished. 141. The Satkamma of the Kosa-sanjalaṇa (anger-passions) is innumerable times greater. 142. The Satkamma of the Mana-sanjalaṇa (pride-passions) is distinguished. 143. The Satkamma of the Maya-sanjalaṇa (deceit-passions) is distinguished. 144. The Satkamma of the Lobha-sanjalaṇa (greed-passions) is distinguished. 145. The Satkamma of the Samyag-mithyatva (right and wrong belief) in the Niraya-gati (hell) is the least. 146. The Satkamma of the Apaccakkhaṇa-mana (non-renunciation-pride) is innumerable times greater. 147. The Satkamma of the Kodha (anger) is distinguished. 148. The Satkamma of the Maya (deceit) is distinguished. 149. The Satkamma of the Lobha (greed) is distinguished.
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________________ कसाय पाहुड सुन्त [ ५ प्रदेशविभक्ति १३३. रदीए उकस्तपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १३४. इत्थवेदे उकस्सपदेससंतकम्मं संखेजगुणं । १३५. सोगे उक्कस्सपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १३६. अरदीए उक्कस्तपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १३७. गवं सयवेदे उकस्सपदेस संत कम्मं विसेसाहियं । १३८. दुर्गुछाए उकस्सपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १३९. भए उक्कस्सपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १४० पुरिसवेदे उक्कस्तपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १४१. को संजलणे उक्कस्तपदेस संत कम्मं संखेज्जगुणं । १४२. माणसंजलणे उकरसपदेससंतकम्मं विसेसाहियं । १४३. मायासंजलणे उकस्सपदेस संत कम्मं विसेसाहियं । १४४. लोभसंजलणे उकस्सपदेस संतकम्मं बिसेसाहियं । १४५. णिरयगदीए सव्वत्थोवं सम्मामिच्छत्तस्स उकस्सपदेस संतकम्मं । १४६. अपच्चक्खाणमाणे उकस्तपदेस संतकम्ममसंखेजगुणं । १४७. कोधे उक्कस्सपदेस संत कम्म विसेसाहियं । १४८. मायाए उक्कस्तपदेस संतकम्मं विसेसाहियं । १४९. लोभे उक्कस्सपदेससंतकम्मं विसेसाहियं । २०२ 0 चूर्णिसू० - हास्यप्रकृतिके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे रतिप्रकृतिसे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेप अधिक है । रतिप्रकृतिके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे स्त्रीवेदम उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म संख्यातगुणा है | स्त्रीवेदके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे शोकप्रकृतिमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । शोकप्रकृतिके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म से अरतिप्रकृतिमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । अरतिप्रकृतिके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म से नपुंसकवेदमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक हैं । नपुंसक - वेदके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे जुगुप्साप्रकृतिमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । जुगुप्साप्रकृतिके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे भयप्रकृतिमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक हैं । भयप्रकृतिके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे पुरुषवेदमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । पुरुपवेदके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे संज्वलनक्रोधकपायमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म संख्यातगुणा है । संज्वलनक्रोधकपायके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म से संज्वलनमानकपाय उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक हैं । संज्वलनमानकपायके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म से संज्वलनमायाकपायमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । संञ्चलनमायाकपायके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे संज्वलन लोभकपायमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है ॥१३३ -१४४॥ चूर्णिम् ० - नरकगतिमै सम्यग्मिथ्यात्वका उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म वक्ष्यमाण पढोकी अपेक्षा सबसे कम है । सम्यग्मिथ्यात्वसे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म से अप्रत्याख्यानावरण मानकपायम उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म असंख्यातगुणा है । अप्रत्याख्यानावरणमानक पायके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे अप्रत्याख्यानावरणकोधकपायमें उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । अप्रत्याख्यानावरणक्रोधकपायके उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्मसे अप्रत्याख्यानावरण मायापायमे उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म विशेष अधिक है । अप्रत्याख्यानावरण मायाकपावकं उत्कृष्ट प्रदेशसत्कर्म अप्रत्याख्यानावरण लोभकपाय उत्कृष्ट प्रदेश विशेष अधिक है ।। ११५-१४९॥
SR No.010396
Book TitleKasaya Pahuda Sutta
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiralal Jain
PublisherVeer Shasan Sangh Calcutta
Publication Year1955
Total Pages1043
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size71 MB
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