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________________ [जिन सिद्धान्त (२) आत्मा के गुण का अंश में उघाड़ और अंश में घात ऐसी अवस्था होने में जो कर्म की अवस्था होती है उसे क्षयोपशम कहते हैं ? प्रश्न--निपेक किसे कहते हैं ? ___ उत्तर---एक समय में कर्म के जितने परमाणु उदय में आवें उन सब समूह को निपेक कहते हैं। प्रश्न-स्पर्धक किसे कहते हैं ? उत्तर--वर्गणाओं के समूह को स्पर्धक कहते हैं ? प्रश्न-वर्गणा किसे कहते हैं ? उत्तर-वर्गों के समूह को वर्गणा कहते हैं। प्रश्न-वर्ग किसे कहते हैं ? उत्तर-समान अविभाग प्रतिच्छेदों के धारक प्रत्येक कर्म परमाणुओं को वर्ग कहते हैं। प्रश्न-अविभाग प्रतिच्छेद किसे कहते हैं ? उत्तर--शक्ति के अविभाग अंश को अविभाग प्रतिच्छेद कहते हैं। प्रश्न--शक्ति शब्द से कौनसी शक्ति इष्ट है ? उत्तर-यहां कर्म की शक्ति शब्द से कर्मों की अधिभाग रूप अर्थात् फल देने की शक्ति इष्ट है। प्रश्न-उदयाभावी च्य किसे कहते हैं ? उत्तर--आत्मा से बिना फल दिये कर्म के सम्बन्ध
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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