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________________ ६० [जिन सिद्धान्त प्रश्न - जाति किसे कहते हैं ? उत्तर - अव्यभिचारी सदृशता से एकरूप करनेवाले विशेष को जाति कहते हैं । प्रश्न- जाति नामकर्म किसे कहते हैं । उत्तर- जिस कर्म के उदय से जीव को एकेन्द्रिय, द्वीन्द्रिय, तेइन्द्रिय, चौइन्द्रिय, पंचेन्द्रिय, कहा जावे उसी का नाम जाति नामकर्म है ? प्रश्न- शरीर नामकर्म किसे कहते हैं । उत्तर - जिस कर्म के उदय से श्रदारिकादि शरीर जीव को मिले, उस कर्म का नाम शरीर नामकर्म है। प्रश्न - निर्माण नामकर्म किसे कहते हैं ? उत्तर - जिस कर्म के उदय से नेत्रादि योग्य स्थान पर हों, उस कर्म का नाम निर्माण नामकर्म है । प्रश्न- बंधन नामकर्म किसे कहते हैं ? उत्तर - जिस कर्म के उदयसे श्रदारिकादिक शरीरो के परमाणु परस्पर सम्बन्ध को प्राप्त हों, उस कर्म को बन्धन नामकर्म कहते हैं । प्रश्न - सघात नामकर्म किसे कहते हैं ? उत्तर - जिस कर्म के उदय से औदारिक शरीरों के
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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