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________________ जिन सिद्धान्त ६ शुक्ल लेश्या । ये छह ही क्रिया गुण की अशुद्ध अवस्था है। प्रश्न--भव्य मार्गणा के कितने भेद हैं ? उत्तर--दो भेद हैं-१ भव्य, २ अभव्य । ये दोनों श्रद्धागुण की अवस्था है। प्रश्न-सम्यक्त्व किसे कहते हैं ? उत्तर-तत्त्वार्थ श्रद्धान को सम्यक्त्व कहते हैं । प्रश्न-सम्यक्त्व मार्गणा के कितने भेद हैं ? उत्तर-छः भेद हैं-१ मिथ्यात्व, २ सासादन, ३ सम्यक् मिथ्यात्व, ४ क्षयोपशय सम्यक्त्व, ५ उपशम सम्यक्त्व, ६ क्षायिक सम्यक्त्व । ये छः ही श्रद्धागुण की अवस्था है। . प्रश्नसंज्ञी किसे कहते हैं ? उत्तर-जिसको द्रव्य मन की प्राप्ति हो गई वह संज्ञी है। प्रश्न-संज्ञी मार्गणा के कितने भेद हैं ? उत्तर-दो भेद हैं-१ संज्ञी, २ असंज्ञी । ये दोनों अजीव तत्व हैं ? प्रश्न-आहार किसे कहते हैं ? · उत्तर-औदारिक आदि शरीर के परमाणु ग्रहण करने को बाहार कहते हैं।
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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