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________________ जिन सिद्धान्त ] १६१ उत्तर -- जो जीव त्रस शरीर में आकर श्वास के १८ वें भाग में मरय करते हैं, उन जीव को त्रस निगोद कहते हैं । प्रश्न - - - साधारण की संख्या कितनी होती है ? निगोद तथा त्रस निगोद के जीवों उत्तर --- साधारण जीव अनन्त होते हैं, जबकि त्रस निगोद असंख्यात होते हैं, अनन्त कभी नहीं होते । प्रश्न -- स निगोद कितने स्थानों में नहीं होते उत्तर --- त्रस निगोद. ८ स्थानों में नहीं पाये जाते । १ पृथ्वी, २ अप, ३ तेज, ४ वायु, ५ केवली शरीर, ६ आहारक शरीर, ७ देव का वैक्रेयिक शरीर, ८ नारकी का शरीर । प्रश्न --- साधारण निगोद कहाँ पाया जाता है ? उत्तर --- साधारण निगोद सारे लोक में ठसाठस भरा हुआ है । ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहाँ साधारण निगोद न हो । प्रश्न -- बादर और सूक्ष्म कौन से जीव हैं ? , उत्तर -- पृथ्वी, अप, तेज, वायु, नित्य निगोद, इतर निगोद ये छ: जीव वादर तथा सूक्ष्म दोनों प्रकार के होते | बाकी के सब जीव बादर ही होते हैं, सूक्ष्म नहीं होते ।
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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