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________________ जिन सिद्धान्त ] १४७ उत्तर -- दस भेद हैं, (१) असुरकुमार, (२) नागकुमार, (३) विद्युतकुमार, ( ४ ) सुपर्णकुमार, (५) अग्निकुमार, (६) चातकुमार, (७) स्तनितकुमार (८) उदधिकुमार, ( 8 ) द्वीपकुमार, (१०) दिक्कुमार, प्रश्न -- व्यन्तरों के कितने भेद हैं ? उत्तर --- आठ भेद हैं- ( १ ) किन्नर, (२) किंपुरुष (३) मरोरग, (४) गंधर्व, (५) यक्ष, ( ६ ) राक्षस, ( ७ ) भूत, (८) पिशाच । प्रश्न -- ज्योतिष्क देवों के कितने भेद हैं ? उत्तर - पांच भेद हैं- ( १ ) सूर्य, (२) चन्द्रमा, ३) ग्रह, (४.) नक्षत्र, ( ५ ) तारा ! प्रश्न -- वैमानिक देवों के कितने भेद हैं ? उत्तर -- दो भेद हैं: - कल्पोपपन्न, कल्पातीत । प्रश्न -- कल्पोपपन्न किसे कहते हैं ? उत्तर -- जिनमें इन्द्रादिकों की कल्पना हो उनको कल्पोपपन्न कहते हैं । प्रश्न -- कल्पातीत किसे कहते हैं ? उत्तर --- जिनमें इन्द्रादिक की कल्पना न हो उनको कल्पातीत कहते हैं । I प्रश्न -- कल्पोपपन्न देवों के कितने भेद हैं ?
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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