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________________ ........ ....... ... .me . Pr-- - ~ जिन सिद्वान्त ] प्रश्न--सामान्य गुण कितने हैं ? उत्तर-अनेक हैं परन्तु उनमें ६ गुण प्रधान हैं। १-अस्तित्त्व, २-वस्तुत्व, ३-द्रव्यन्व, ४-प्रमेयत्व, ५-अगुरुलघुत्व, ६-प्रदेशत्व । प्रश्न--अस्तित्व गुण किसको कहते हैं ? उत्तर--जिस शक्ति के निमित्त से द्रव्य का कभी भाश न हो उस शक्ति को अस्तित्व गुण कहते हैं। प्रश्न-वस्तुत्व गुण किसको कहते हैं ? उत्तर--जिस शक्ति के निमित्त से सब गुणों की रक्षा हो अर्थात उसकी ध्रुव्यता कायम रहे उस शक्ति का नाम वस्तुत्व गुण है। प्रश्न-द्रव्यत्व गुण किमको कहते हैं ? उत्तर--जिस शक्तिके निमित्त से द्रव्य अपनी अबस्थाय बदलता रहे अर्थान् पुरानी अवस्था बदलकर नई अवस्था धारण करे उस शक्ति का नाम द्रव्यत्व गुण है। प्रश्न-प्रमेयत्व गुण किसको कहते हैं ? उत्तर--जिस शक्ति के निमित्त से दूसरे के ज्ञान में ज्ञेय रूप होने योग्य शक्ति का नाम प्रमेयत्व गुण है। प्रश्न-अगुरुलघुत्य गुण किसको कहते हैं ? उत्तर-जिस शक्ति के निमित्त से एक हर दूसरे The
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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