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________________ जनदाशानक साहित्य ५८५ जगनाथ केवलिभुक्तिनिराकरण जयपुर तेरापंथी मन्दिर (१७०३ वि०) में उपलब्ध वजनन्दि प्रमाणप्रन्य धवलकविद्वारा उल्लिखित प्रवरकीर्ति तत्त्वनिश्चय जैनमठमूडबिद्रोमें उपलब्ध अमरकीर्ति समयपरीक्षा हुम्मच गाणंगणि पुटप्पामें उपलब्ध जैन सिद्धान्त-भवन, आरा न्यायरत्न नेमिचन्द्र प्रवचनपरीक्षा मणिकण्ठ शुभप्रकाश न्यायमकरन्दविवेचन अज्ञातकतक षड्दर्शन श्लोकवार्तिकटिप्पणी पद्मनाभशास्त्री मूडबिद्री के पास उपलब्ध जैनमठ श्रवणवेलगोला में उपलब्ध जैन भवन मूडबिद्रीमें उपलब्ध मद्रास सूची नं० १५७४ षड्दर्शनप्रपञ्च १५५७ जैनमठ मूडबिद्री प्रमेयरलमालालघुवृत्ति अर्थव्यञ्जनपर्याय विचार स्वमतस्थापन सृष्टिवाद-परीक्षा सप्तभङ्गी षण्मततर्क शब्दखण्डव्याख्यान प्रमाणसिदि प्रमाणपदार्थ परमतखण्डन न्यायामृत " " " ,
SR No.010346
Book TitleJain Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahendramuni
PublisherGaneshprasad Varni Digambar Jain Sansthan
Publication Year1966
Total Pages639
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size33 MB
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