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________________ तीर्थोके रंगीन चित्र व नकशे । सम्मेदशिसरजी ॥) चम्पापुरीजी) पावापुरीजी ।) गिरनारजी ।) मा० शांतिसागरजी 1) पटलेश्या स्वरूप :) संसार वृक्ष ) सीताजीकी अग्निपरीक्षा H) माताके १६ स्वम ।) चंद्रगुप्तके १६ स्वम ॥) आझरदान ।) जन्मकल्याणक ।) समोशरणकी रचना-तीर्थकर भगवान के समोशरणकी पूर्ण रचनाएँ निस, १२ सभाएं अलगर, खातिका, वनपंक्ति, मंदिरपंक्ति, मानम्तंभ, गंधकुटि, सिंहासन, मिनेन्द्र प्रतिमा, तीन छत्र, भामंडल आदि सभी दृश्य दिखाया है । मूल्य-आठ आने । गोम्मटस्वामी-इन्द्रगिरि पर्वत व श्रवणबेलगोला ग्रामके दृश्य सहित विशालकाय श्री बाहुबलम्वामीका चित्र । मू० ॥) चौवीस नीर्थकर चित्रावलि-अलगर चौवीस चित्र ३) जन चित्रावली-३९ रंगीन चित्रों का अपूर्व मंग्रह ४) भगवान पार्श्वनाथ-अतीव आकर्षक-दो आने । .. एकर आनेवाल मादे चित्र । सम्मेदशिखरजी, चम्पापुरी, पायापुरी, मन्तरीक्षजी. मुकागिरि, गिरनार, सोनागिरि, पपौरा, पावागढ़, मांगीतुंगो, गजपंथा, स्तनिधि, केशरियानी मंगरगिरि, गिरि, चन्द्रगिरि . . . कुंथनिदि बा. शांतिसागरजी,
SR No.010324
Book TitleJain Tirth Yatra Darshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGebilal Bramhachari, Guljarilal Bramhachari
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages273
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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