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________________ जन रक्षाकर और रुमाल । मर्दाना, जनाना कपड़ा) वगैरहनी गणत्री धारवी। ७ कुसुमेसु-जे वस्तु नाके सूंघवामा आवै तेहना तोलन प्रमाण करवं उदाहरण फूल, फूल की चीजें जैसे-माला, हार, गजरा, तुर्रा, सेहरा, पंखा सिमया, अतर, तेल, सेण्ट, घी, छोंकणी वगै रहनों नियम करवो। ८ बाहण-चरतुं, फरतुं, तरतुं, उदाहरण-- हाथी, घोड़ा, ऊंट, इक्का, गाड़ी, स्थ, पालकी, रिक्सो, रेल, ट्राम, साईकल, मोटर, मोटर साईकल, उड़नी जहाज, नाव, अने बोट वगैरह नो नियम करवो। ६ सयन-सूबानी सज्या, पाट, पाटला, बिछाना, कुरसी, चौकी, पलंग छपर-खाट, मेज तखत, सुखासन, सतरंजी, जाजम, गद्दी वगैरह नी गणत्री धारवी। १० विलेषण-जे वस्तु शरीरे चौपड़वा मा आवै तेहना वजननों प्रमाण उदाहरण-सूखड़ चन्दन, केशर,
SR No.010292
Book TitleJain Ratnakar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKeshrichand J Sethia
PublisherKeshrichand J Sethia
Publication Year
Total Pages137
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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