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________________ ग गच्छ-१. तीन से अधिक पुरुषो या साधुओ का समूह, २. आचार्य का शिष्य परिवार, ३. धार्मिक समाज की ___ व्यवस्था की परम्परा विशेष । गण-तीन साधुओ का समुदाय ; समान आचार-विचार वाले ___ साधुओ का परिवार । देखें-गच्छ । गणधर-तीर्थ कर के साधु-समुदाय के नायक ; अर्ह व उपदिष्ट ज्ञान को शब्द-बद्ध करने वाले प्रमुख ज्ञानी । गणावच्छेदक-प्रचार, उपाधि, लाभ आदि के लिए गण से __अलग होकर विचरण करने वाला साधु । गणि/गणी-गच्छनायक ; आगम-अंग-ज्ञाता; गणधर, आचार्य । गणिनी-साध्वी समुदाय की प्रधान । गति-जीव की अवस्था विशेष । भव से भवान्तर की प्राप्ति । सख्या ४-मनुष्य, देव, नारक, तीर्य च । गन्धर्व विवाह-प्रेम विवाह , युवक-युवती द्वारा इच्छानुसार परिणय । गरिमा द्धि-वज्र से भी दृढ शरीर बनाने की शक्ति । गर्भ-उत्पत्ति स्थान। [ ४५ ]
SR No.010280
Book TitleJain Paribhashika Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year
Total Pages149
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size3 MB
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