SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 36
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ YG जैनकथा रत्नकोष नाग आठमो. चाल्यो हो संयमने काज॥ वलि जयसिंह मुनीशने, कहे आपोहो मुझ सं यम राज ॥१॥ बलिहारी गुणवंतनी॥ नृप मांझे हो व्रत साथें नेह॥ कुमति , कुटिल नारी तजी, नजे समता हो सुंदरी गुणगेह ॥ब० ॥ २॥ दीख ग्रही नवतारिणी, गुरुसाथें हो विचरे मुनिहंस ॥ध्यान विमल मोती चूणे, मतिहंसी हो साथै शुन वंश ॥ व० ॥३॥ समयजलाशयने तरे, लख ने हो जड चेतननाव ॥अनुजव चंचुस्वनावथी, नय धारण हो पदन ज्ज्वलनाव ।। व० ॥॥ शु आहारें मन रमे, निर्दूषण हो नीरें संतोष॥ गुरुथाणायें चालतां, मन वाधे हो वैराग्यनो पोष ॥ब० ॥ ५॥ त्रैलो क्यसुंदरी साधवी, करे किरिया हो गुरुगीनी साथ ॥ व्रत आराधे ऊजलां, मन आएयु हो जेणें निज हाथ ॥ ब० ॥ ६ ॥ अंतें अणसण आदरी, . बेतु पहोतां हो पंचम सुर नाम ॥ त्रीजे नवें शिवसुख लह्यां, धर्म तारे . हो नवि निसुणो धाम ॥ ३० ॥ ७ ॥ कीधो कराव्यो ए सही, अनुमोद्यो हो थापे शिव धर्म ॥ त्रिकरण योगें आदस्यो, मनचिंतित हो पूरे शिव शर्म ॥1॥ ॥ श्रीपेण नृप एम सांजली, गुरुदेशने हो बूज्यो मनमांहे ॥ समंकित शुरू अंगीकरी, श्रावक व्रत हो ग्रहे मन उत्साह ॥ ब० ॥ ए॥ मुनि वंदी मंदिर वल्या, मन सूधे हो पाले आचार ॥ जीवदया पाले नली, देशमाहे हो वरतावी अपार ॥ व ॥ १० ॥ व्यसन निवारे वेगलां, मन वारे हो विषये सुविशेष ॥ आतमने उज्ज्वल करे, न लगाये हो कांश का ती रेख ॥ व ॥ ११ ॥ चेतन गुक्तपदी थयो, तस संगतें हो अनिनं दिता नार ॥ धर्म नज्यो जगवंतनो, जे साध्यो हो आपे नवपार ॥ ७॥ १२ ॥ नश्कनावपणुं लहे, अनिनंदिता हो राणी नृपसंग ॥ उत्तम संगति गुण करे, पलर पण हो तरे तुंव प्रसंग ॥ व ॥ १३ ॥ एहवे कोसंबी धणी, बलिराजा हो वलीयो नूपाल ॥ श्रीमतीकूखें उपनी, श्रीकांता हो पुत्री सुकुमार ॥ व ॥ १४ ॥ यौवनवय यावी जली, मोहरायने हो । रमवानुं नाम ॥ जोड न यावे तेहनी, जगतीमां हो जोतां कोई वाम ॥ व ॥ १५॥ श्रीपेण सुत इंपेगने, योग जापी हो सवले परिवार ॥ स्वयंवर साहमी मोकली, थावी उतरी हो वनमा तेणी वार ॥ व ॥ १६ ॥ पन्नरमी ढाल पूरी थर, नवि सुजो हो जावें उजमाल ॥ रामवि जय कहे तेहनां, नाम लीजें हो जेहने धर्मनी ढाल व॥१७॥३१॥ INR
SR No.010253
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages475
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy