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________________ २० जैनकथा रत्नकोष नाग बठो. इहां तो सुवर्णकार कामानिलापी तथा चंमप्रयोतन राजा मृगावतीनो इ ah ने ब्राह्मणनी नगिनीनी पांचों चोरोथी पण कामतृमा पूरी न थ, इत्यादिक कामी जीवो सर्वे मूर्ख जाएवा. ए अधिकार जावो. हवे ए अर्थ तथा काम ए वेहुने जे बांगे, तेने तत्त्वना जाए कहीयें, अने जे तत्त्वनो जाल होय, ते कमाने विषे तत्पर होय. ए संबंधें त्रीजुं पद कहे बे. राति राहवंति " ( बुद्धा नरा के० ) जे पुरुषं तत्त्वना जाण होय, ते पुरुष ( खंति के० ) मा एटले समताने विषे (परा के० ) तत्पर (हवंति के० ) होय. एटले बुद्ध पुरुष दमानेविषे तत्पर रहे ने पल कषाय करेज नही ते ऊपर दमदंत राजऋषिनो दृष्टांत कहे बे. 66 ॥ जंबूद्दीप लाख जोजननो लांबो पहोलो घने पूर्ण चंदमा सरखो तथा तेजना पुडला सरखो गोलाकार बे. तेमां नरतनामें क्षेत्र पांचशे वीश जोजन ने ब कलानुं पहोनुं छे. तेमध्ये वैताढ्य पर्वत ने गंगा सिंधुयें करीब खं यया बे. तेमां पण दक्षिणाई नरतमांहेलो जे मध्य खंम बे, मां हस्तिशीर्ष नामें नगरी बे. तेनो दमदंत नामें राजा बे. ते राजा धीर, वीर ने पराक्रमी बे. हवे ते यवसरें कुरु देशनेविषे जेनें देखवाथी साक्षात् स्वर्गो व थाय एवं गजपुर नामें नगर बे, तेने विपे युधिष्ठिर नामें राजा राज्य करे ले. ते राजा इंड् सरखो शोने बे. ते राजाना चार नाइ ते जाणे चार लोकपालज होय नहि ! ! एवा नीम, अर्जुन, नकुल ने सहदेव ए चार चाइयें ते राजा परिवस्यो ने हवे जेम जीबने पांच इंड्ि ना विषय सुख ते वैरीनूत बे, तेम दमदंत राजाना पांच पांव ते पां च विषयनी पेठें वैरी बे. एक दिवसनेविषे ते दमदंत राजा, जरासंध रा जा पासे राजगृह नगरें जतो वो पलवाडेथी पांच पांवे यावीने दमदं त राजानो देश लूंट्यो, अने कांइक बाल्यो पण खरो, जे कारण माटे ब लिया साथै बल करवो ए नीति बे. एम विचारीने ए काम करीने पांवो पाठा पोताने नगरे गया. पी केटलाएक दिवसें दमदंत राजा पण पोता ने नगरें थाव्यो, त्यारे पोताना देशना लोकोयें फरियाद करी के, पांवो श्राव तमारो देश जूंटी ने बाली गया बे. ते सांगली दमदंत क्रोधायमान थयो थको चतुरंगी सेना लइने हस्तिनापुरने यावी वींटी रह्यो, त्यारे पांवो प यद्यपि महाबलिया बे, तथापि तेमनुं जोर दमदंत राजाना मुख याग
SR No.010251
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year
Total Pages405
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size46 MB
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