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________________ श्री सम्यक्त्वसित्तरी. १३५ सूरियें याचार्यपद अयोग्य जाणीने प्राचार्यपद आप्युं नहीं ॥ यतः ॥ बुढोगहर सद्दो, ग्गाय सामाइहिं धीरपुरिसेहिं ॥ जो ततवव पत्ते, जा तो सो महापाव ॥ १ ॥ जे माटे याचार्यपद तो गणधरोयें धारण करयुं ते जो अविनीत अयोग्यने यापे, तो आापनार पण अनंत संसारी थाय. एवं जाणीने गुरु श्री संभूतिविजयजी तथा श्रीनबाहुजी ए वेडुने पर स्पर प्रीति जाली तथा याचार्यपदने योग्य जाणी बेहुने पट्टधर कीधा. न वाने श्राचार्यपद मल्युं जोड़ने वाराहमिहिर अनिमान या पूर्वे जे बार वर्षपर्यंत चारित्र पाल्युं हतुं ते कर्मोदयने वरों चारित्रयी ऋष्ट थयो. ॥ यतः ॥ कवि जीवो बलिउ, कवि कम्माइ हुंति बलियाई ॥ जीवस्सय कम्मरस्य, पूर्व निबाई वेराई ॥ १ ॥ हवे वाराहमिहिर कोपांनजयुक्त थ यो को बाहेर नीकलीने गुरुनी उपर द्वेष धरवा लाग्यो, चौदे पूर्व नोलो हतो माटे चंदपन्नति, सुरपन्नति प्रमुख जैनशासनना ज्योतिष्य ग्रंथो जोइ ते उपरथी बीजा नवीन ज्योतिषनां वाराहीसहिंता प्रमुख ग्रंथ बनावी साधुनो वेष मूकीने ब्राह्मणनो वेष धारण करी लोकोनी या गल निमित्त कहने तेनाथी खाजीविका चलाववा लाग्यो, तेने लोक पूछे केट में क्यांथी एया ? तेवारें लोकोनी खागल एवं कहे के में एक दिवस नगरनी बारणे लग्न कुंमली मांमी, ते कुंमलीने नांग्या विना एम ज पाढो चाली निकल्यो. पढी जेवारें याद खायुं, तेवारें नूसाडी नाख वा गयो ने तिहां जश्ने जोनं तो कुंमलीमां सिंहलग्ननो स्वामी सिंह ते पूब वधारीने ऊपर ऊनो बे पढी में लग्गनी नक्तिने लीधे महारी बा ती कठिण करीने सिंहनी नीचें घुसीने लग्न नुंसाडी नाख्युं महारी जक्ति जो ने सिंहो धिपति जे सूर्य ते तिहां खाव्यो अने महारा उपर तुष्टमान इने बोल्यो के, माग, माग. तेवारे में कयुं, मुऊने नक्षत्रादिकनो चार खरे खरो जेवो बे वो बतावो पढी सूर्य पोताना ज्योतिषना मंगल चारमां मुकने लइ गयो. तिहां मने सर्व चार बताव्या, उदयास्तचक्र बताव्यं ते ज्योतिषना बलथी हुं त्रण कालनी वात जाणुं बुं. एवी कल्पित वातो क हीने लोकोमां पूजाय, राजा प्रमुखने निमित्त कहीने खुश करे ने चम कार पाडे. एम घणा लोकोने मिथ्यात्वी कस्या. एवा अवसरमां श्रीन‍ बाहु स्वामी पण ते नगरमां श्राव्या तेमने राजा प्रमुख सर्व लोक वांदवा ·
SR No.010248
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1890
Total Pages397
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size45 MB
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