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________________ { ગ્ • जैन आचार्य : जो पहले वैष्णव थे • जैन वीर : जो पहले वैष्णव थे • जैन व वैष्णव मूर्तियों की एक मन्दिर में स्थापना ● भारत में जैन तीर्थ ० भारतीय संस्कृति गीर गाय के प्रति जैनियों की श्रद्धा • कर्म मोक्ष और पुर्नजन्म ३ : सामाजिक परिप्रेक्ष्य और जैन तथा वैष्णव धर्म का समन्वयात्मक विश्लेषण .४ : निष्कर्षतः ● जैनियों में हिन्दू वेषभूषा, भाषा और साहित्य ० हिन्दू विधि • जैन और यज्ञोपवीत विवाह सम्वन्ध ० • जैन और वैष्णव समाज में स्त्री का स्थान ० त्यौहार और पर्व • जैन और वैष्णव में मृत्यु संस्कार • संदर्भ ग्रन्थ
SR No.010239
Book TitleJain Hindu Ek Samajik Drushtikona
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Mehta
PublisherKamal Pocket Books Delhi
Publication Year
Total Pages179
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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