SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 42
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ '२२ · ॥ २ ॥ मारग खोटा कुशींलिया मोरे नामाना ॥ सो तिस पथ भूल न जाय हमारे नामाना ॥३॥ चोरी अति खोटी कही मोरे नामाना ॥ हिंसा पुनि झूठी साख हमारे नामाना ॥ ४ ॥ सल्ल दल्ल परमंल्लिया मोरे नामाना ॥ जूवादिक व्यसन तजाहु हमारे नामाना ॥ ५ ॥ हुंडक डील दुखावनौ मोरे नामाना || नर्क बसे बहु काल हमारे नामाना ॥ ६ ॥ खटमल षट्पद चींटिया मोरे नामाना ॥ मख मच्छर टीड़ी पतंग हमारे नामाना ॥ ७ ॥ अहि बीछू पुनि चूहड़ा मोरे नामाना ॥ अरु कीड़ी भेक मराल हमारे नामाना ॥ ८ ॥ छाग नाग कनकेवड़ा मोरे नामा' ना ॥ वो तो मिरग सिंह इत्यादि हमारे नामाना ॥ ९ ॥ - इन जीवनको जो मारही मोरे नामाना ॥ तिनकी गति कहा होय हमारे नामाना ॥ १० ॥ और सबै दुरपंथिया मोरे नामाना ॥ है इकसांची जिनधर्म हमारे नामाना ॥ ॥११॥ ये बातें जिनमत कहीं मोरे नामाना ॥ ते सुनलो गिरवर दास हमारे नामाना ॥ १२ ॥ ( २२ ) " हमारे रामाना की चाल" व्याहमें ) धरम तला के पाराना, मोरे रामाना ॥ सतगुरु सपरन जाय हमारे रामाना ॥ टेक ॥ सुघर चेतन बहु पनि - यां भरन गई निजगुण छमकत पैजाना, मोरे रामाना ॥
SR No.010236
Book TitleJain Gitavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulchand Sodhiya Gadakota
PublisherMulchand Sodhiya Gadakota
Publication Year1901
Total Pages117
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy