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________________ परिशिष्ट २ ४३१ स्थानाग वृत्ति लेखक-अभयदेव सूरि प्रकाशक-श्री आगमोदय समिति, बम्बई स्याद्वाद मजरी लेखक-आचार्य मल्लिसेन स्वयम्भू स्तोत्र लेखक-समन्तभद्र स्वामी समन्तभद्र लेखक-जुगलकिशोर मुस्तार 'युगवीर' प्रकाशक-श्री वीर शामन मघ सटीकाश्चत्वार कर्मग्रन्या प्रकाशक-श्री जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर समाधि-तन्न सम्पादक-जुगलकिशोर मुस्तार 'युगवीर' प्रकाशक-वीरसेवा मन्दिर, सरसावा (सहारनपुर) समाधितन्त्र और इण्टोपदेश अनुवादक-परमानन्दशास्त्री, देवनन्दी (पूज्यपाद) विरचित प्रकाशक-वीरसेवा मन्दिर सोसाइटी (दिल्ली) मर्वार्थमिद्धि सम्पादक-फूलचन्द सिद्धान्तशास्त्री प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी सर्वज्ञसिद्धि लेखक- हरिभद्र सूरि प्रकाशक-श्री जैन साहित्य वर्धक सभा
SR No.010228
Book TitleJain Dharm ke Prabhavak Acharya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSanghmitrashreeji
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1979
Total Pages455
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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