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________________ ३१२ ] दिगम्बर जैन साधु ७ दीक्षाएं दीं। जैन समाज ने आपको बाराबंकी में ४-३-१९७४ में प्राचार्य पद प्रदान किया। आप भारतवर्ष में विहार करके जैन धर्म की अपूर्व प्रभावना कर रहे हैं। . . मुनिश्री नेमिसागरजी महाराज आपका जन्म राजस्थान प्रदेश के प्रमुख नगर जयपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम जमनालाल एवं माता का नाम गुलाब बाई था । सं० २०२१ में उन्होंने श्री गजपंथा जी के पुण्य तीर्थ पर क्षुल्लक दीक्षा ली एवं मुनि दीक्षा (महाराष्ट्र) औरंगाबाद में श्री सुमतिसागर जी से ले ली। फिर वह गुरु के साथ विहार करते रहे एवं प्रात्माथियों को उपदेश देकर उनका कल्याण किया। मुनि श्री महान तपस्वी हैं और व्रत उपवास करते ही रहते हैं।
SR No.010188
Book TitleDigambar Jain Sadhu Parichaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmchand Jain
PublisherDharmshrut Granthmala
Publication Year1985
Total Pages661
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size31 MB
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