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________________ [ २८५ दिगम्बर जैन साधु मुनि श्री पवमसागरजी महाराज .SARA NPP - SEE आपका जन्म महाराष्ट्र प्रान्त के कोल्हापुर जिले में सन् १९०६ में हुआ था। पिता का नाम चम्पालाल एवं माता का नाम गंगावाई था। आपका जन्म नाम अन्नू था । कन्नड़ी में अध्ययन किया । २५-२-१९६६ में घर बार छोड़कर वीर ग्राम में क्षुल्लक दीक्षा ली तथा मुनि दीक्षा श्री सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखरजी में मुनि पुष्पदन्तसागरजी से ली। आप आत्मकल्याण के लिये प्रयत्नशील हैं, प्रतिदिन स्वाध्याय रत रहते हैं, हिन्दी भाषा का भी अध्ययन कर रहे हैं। मापिका पार्श्वमतीजी - जन्मस्थान - दरियावाद (बाराबंकी) उ० प्र० नाम स्नेहलता जैन पितृ नाम श्री बनारसीलालजी मातृ नाम श्रीमती मखानादेवी शिक्षा चौथी हिन्दी जन्म सम्वत् २००८ भाद्रपद कृष्णा अष्टमी दीक्षा स्थान त्रिलोकपुर (नेमनाथ अतिशय क्षेत्र) दीक्षा गुरु श्री १०८ मुनि पुष्पदन्तसागरजी दीक्षा नाम श्री १०५ पार्वमतीजी पारिवारिक स्थिति- सुखो समृद्ध सम्पन्न परिवार कुटुम्बी जन - पांच बहिनें, तीन भाई, तीन भोजाई, भतीजे, भतीजी लगभग १५० व्यक्तियों का परिवार छोड़कर दीक्षा ग्रहण की। SHARE
SR No.010188
Book TitleDigambar Jain Sadhu Parichaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmchand Jain
PublisherDharmshrut Granthmala
Publication Year1985
Total Pages661
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size31 MB
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