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________________ १२४ १२६ १२८ १२८ १२८ १२६ १३५ १३७ १३८ १४२ १४७ १५० v श्रौत दर्शन और गीता v वेद और दर्शन v यजुर्वेद v काण्व संहिता v सामवेद v अथर्ववेद v वेद में दार्शनिक प्रवृत्तियाँ V ब्राह्मण V आरण्यक ग्रन्थ v उपनिषदों का दर्शन v उपनिषदों में दार्शनिक विवेचनv वेद में एक ईश्वर का वर्णन v उपनिषदों में एकेश्वर का वर्णन v वेद में प्रलयावस्था की स्थिति में प्रकृति का निरूपण v निष्कर्ष (समालोचना) v श्रीमद्भगवद्गीता v गीता और योग-विचार v गीता का दार्शनिक सिद्धान्त v स्मालोचना अध्याय-३ v शङ्कर पूर्व वेदान्त (खण्ड-क) v योग वासिष्ठ (संक्षिप्त परिचय) v टीकाएँv दार्शनिक सिद्धान्त (परमसत् का स्वरूप) v जगत v जीव v बन्धन और मोक्ष v योगवासिष्ठ और शाङ्कर अद्वैतवेदान्त १५३ १५५ १५६ १६२ १७० १७१ १७४ १७७ १७८ १७६ १८० १७१ १८२ __(खण्ड-ख) १८३ १८५ १८५ १८५ v शङ्कर पूर्व अद्वैतवेदान्त का अव्यवस्थित इतिहास v आत्रेय v आश्मरथ्य v जैमिनि सूत्र में आश्मरथ्यv औडुलोमि v कार्णाजिनिः v आचार्य काशकृत्सन v जैमिनि १८८ १८६ १६० १६१
SR No.010176
Book TitleBramhasutra me Uddhrut Acharya aur Unke Mantavyo ka Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVandanadevi
PublisherIlahabad University
Publication Year2003
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size33 MB
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