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BALBODH JAINDUARI2A 111 बालबोध जैन-धर्म
[ तीसरा भाग]
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श्रीयुत बाय दगानन्दनी गायलीय, चौ. ए.
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प्रकाशक:--- बाद रूपचन्दजी गायलीय, गारिक-श्री व्यानुधाकर कार्यालय,
गढ़ी अब्दुल्लाखों (महाना)
२५ वी आवृति] मूल्य ४)॥ आना "जैनविजय" प्रिन्टिंग प्रेस-मृरतमें मूलचन्द फिरानदार
कापड़ियाने मुद्रित किया।