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________________ दूसरा भाग। [९ (५) नीचे लिखे जीवों में जलचर जीव कौन कौनसे हैं ? हस, कुत्ता, मुर्गी, चील, कौआ, मेंढक, बगुला । (६) क्या आकाशमें केवल तिथंच पचेन्द्रिय जीव ही उड़ सकते हैं, और क्या उनकी शक्ति रखनेवाले सब जीव नभचर कहलाते हैं ? (७) जो जीव आकागमें बहुत ऊँचा उहता है और जमीन पर अपना घोंसला बनाना है, वह थलचर है या नभचर ? (८) एक बागमें ३ आगके वृक्षों पर चार कोयलें मीठी मीठी बोल रही है, और उनके पाम ही चार गुलाबके पेड़ों पर ७ भोर गूंज रहे हैं, तो बताओ वहां पर कितने असैनी जीव हैं। चौथा पाठ। स्थावर जीवोंके भेद । धावर जी जिनके केवल एक स्पर्शन इन्द्रिय ही होती है. ये पांच प्रकार के होते है। -पृवीकायिक जीव-अधांत पृथ्वी ही जिनका शरीर । जने-मिट्टी. पाषाण अभ्रक (मोडल), रन मोना, चांदी । 4t:१३ - २' ' . जीव, इन्की पटना .
SR No.010158
Book TitleBalbodh Jain Dharm Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDayachand Goyaliya
PublisherDaya Sudhakar Karyalaya
Publication Year
Total Pages145
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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