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________________ सर्वज्ञता १६६ " आपका सबूत कहता होगा । आपने इस मकान का बारीकी से निरीक्षण किया है ?" पीटर ने पूछा । "जी हॉ! मकान के हर कोने और हर दीवार का बड़ी ही सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया है" - पुलिस अफसरों ने कहा । "इस मकान में भूगर्भ है । नीचे एक कमरा है ।" "यह कैसे मुमकिन हो सकता है, मिस्टर पीटर, आपको भ्रम हो रहा है, " - पुलिसवालो ने कहा । , " आइये " - पीटर ने कहा । और उन्होने एक जगह बूट की एड़ी दत्रायी कि सामने भूगर्भ के कमरे का दरवाजा खुल गया । वे भूगर्भ मे उतरे । भूगर्भ के कमरे के एक कोने की तरफ इशारा करके पीटर ने कहा - " मृतक का शव यहाँ है" पुलिस ने वह जगह खोदी तो मरनेवाले की लाश निकल आयो । तत्र पीटर ने वहीं खड़े खड़े खून करनेवाले दो आदमियो और एक औरत का नाम बताया। पुलिस को उनमें से एक व्यक्ति के रहने की जगह तो मालूम थी । आखिर पुलिस ने पीटर की इस अद्भुत् शक्ति की मदद एक मुश्किल और जटिल अपराध का से पता लगा लिया | ये दोनो किस्से तो भूतकाल के सुने । अब उसकी भविष्यकथन की शक्ति का नमूना देखिये पेरिस के 'लिचोरेगेट' नामक उपनगर में रहनेवाले एक अच्छे औद्योगिक व्यापारी ने पीटर को बुलाया । पीटर नियत समय पर उसके दफ्तर में पहुॅचे। उन दिनों व्यापारी कार्बोनिक गैस को बोतलों में भरने का एक नया उद्योग शुरू करने का विचार कर रहा था । उसी के विषय में परामर्श लेने उसने पीटर को बुलाया था । - वे दोनों एक दूसरे से बिलकुल अनजान थे । व्यापारी का कारखाना या उसकी मशीनों को पीटर ने कभी नहीं देखा था ।
SR No.010156
Book TitleAtmatattva Vichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakshmansuri
PublisherAtma Kamal Labdhisuri Gyanmandir
Publication Year1963
Total Pages819
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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