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________________ ५ मन्मतितर्क गा० १३२(उत्पादादि) १३ कर्मग्रन्थ देवचन्द्रजीकृत १ मे ६ ६ उत्पादादिमिद्धि १४ , हिन्दी १ मे पाँच ज्ञान १५ पचसग्रह १ नन्दिसूत्र मलय० १६ कर्मप्रकृति २ जानबिन्दु सटीक १७ प्रमा० न०लो. रत्नाकरावतारिका ३ कर्मग्रन्थ १ हिन्दी, गुज० परि० ७ (कर्ममिद्धि) कम १८ अावश्यकमूत्र मलयगिरीय द्वि० भा० गरणवरवाद(कर्मसिद्धि) १ कर्मसिद्धि स० २ कर्म फल कैसे देते ? हि० ,, निह्नववाद ३ कर्मविचार गुज० (प०प्रभुदाम) १६ विणेपावश्यकभाष्य, गणवरवाद, र ४ योगवि शिका म० (कर्ममिति (कमसिद्धि), निह्नववाद ५ यशो० द्वात्रिंशवादिगिका १६.२६, श्रावक (गृहस्थ व्रत ) (कर्ममिति) १ उपासकदशागसूत्र ६ म्यानागमूत्र ४ स्थाने (कर्ममिद्धि) २ धर्मबिन्दु ७ उत्तराध्ययन सूत्र गा० अ०२३,३३ ३ वममग्रह ८ ममवायागसूत्र ६७ मम० गुरगस्थान १ भगवतीसूत्र ८ श० १० उ० १ समवायागसून १४ सम० १४ , ८, १६, ८ * ५ ॥ २ पचम कमग्रन्थ मस्कृत, १० प्रज्ञापनासूत्र मलय०२३,२५,२७, हिन्दी० गुज० ३ पचमग्रह २ द्वा० ३४, ४०, १ द्वा० गा० २८ ४ द्वितीयकर्मग्रन्य गा० २ ५ चतुर्थ कर्मग्रन्य गा० ५२,७०,४५ ६ गुणस्थानमारोह म०गुज० हिन्दी ११ ज्ञातावर्मकथामून ६० १२ सन्मतितर्क (हलि०) पत्र १५५,१८४
SR No.010147
Book TitleAnekant va Syadvada
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandulal C Shah
PublisherJain Marg Aradhak Samiti Belgaon
Publication Year1963
Total Pages437
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Philosophy
File Size13 MB
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