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________________ तत्वार्थ-निक / 256 जैन युवा सम्मेलन जब से मुनि श्री प्रमाणसागर जी महाराज का सतना आगमन हुआ है पूरा सतना नगर धर्ममय हो गया है। विगत दिनों जैन नवयुवक मण्डल के तत्त्वावधान में आयोजित युवा सम्मेलन पूरे देश के लिये एक मिशाल गया। मुनि श्री की प्रेरणा से आयोजित इस सम्मेलन में देश भर के हजारों युवाओं ने भाग लिया। देश भर की युवा शक्ति को संगठित कर प्रेरणा और प्रोत्साहन से समाज में गौरवशाली स्थान दिलाने के उद्देश्य से आयोजित यह महा सम्मेलन अनेक अर्थों में उपलब्धिपूर्ण रहा। पुष्पराज कालोनी स्थित 'विद्यासागर सभागार' के नाम से ख्यात अलग से बने वाटर प्रूफ पाण्डाल में मुख्य सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। बिलासपुर से आये उद्योगपति श्री विनोद जैन, सागर के श्री महेश बिलहरा एवं श्री सुभाष जैन दिल्ली ने संयुक्त रूप से जैसे ही ध्वजारोहण किया, टीकमगढ़ अहिंसा ग्रुप के निर्देशक देवेन्द्र जैन डी. के. एवं रुचि श्रीवास्तव के मधुर कण्ठ से प्रस्तुत मंगलाचरण से पूरा वातावरण मंगलमय हो गया। दीप प्रज्वलन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री जीवन दादा पाटिल थे। मुनिश्री ने अपने ओजस्वी प्रवचन में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि 'युवा वर्ग राष्ट्र की सच्ची अनुभूति है। समाज का यथार्थ बिम्ब है। वह शक्ति का प्रतीक और ऊर्जा का पुंज है। उसके ऊपर समाज का महान् दायित्व है। युवाओं को सामाजिक कुण्ठाओं और कुरीतियों को खत्म कर नव-निर्माण का बिगुल बजाना चाहिए।' मुनिश्री ने कहा कि 'जैन समाज अत्यन्त प्रबुद्ध समाज है। समाज का युवा वर्ग सर्वाधिक सुशिक्षित होने के बाद भी इतना पीछे क्यों है ? इस पर विचार करने की आवश्यकता है। मुनि श्री ने युवाओं को अपनी बुरी आदतों को छोड़ने की प्रेरणा देते हुये कहा कि सामाजिक क्रान्ति और नव-निर्माण हमेशा बलिदान माँगते हैं। यदि युवा अपनी दुर्बलताओं और जीवन की जड़ों को कुरेदने वाली आदतों का उत्सर्ग नहीं कर सकता तो उससे नव निर्माण की क्या आशा की जा सकती है।' मुनि श्री ने सतना में आयोजित युवा सम्मेलन को युवा चेतना के जागरण का एक अभिनव पहल बताते हुए कहा कि 'इस सम्मेलन के माध्यम से युवा चेतना की जागृति का एक इतिहास बनेगा ।' मुनि श्री ने 'युवास्त' से अलंकृत युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि 'युवाओं को प्रेरणा, प्रेम, प्रोत्साहन और प्रतियोगिता के बल पर ही आगे बढ़ाया जा सकता है। ताड़ना और तर्जना के बल पर नहीं ।' अलंकरण समारोह सम्मेलन के दौरान आयोजित अलंकरण सम्मान समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए पाँच युवाओं को सम्मानित किया गया, जो समाज सेवा व निर्माण की दिशा में निर्विवादित रहते हुए कार्य कर रहे हैं। सम्मानित होने वालों में कवि चन्द्रसेन जैन भोपाल, शैलेश जैन आदिनाथ जबलपुर, कटनी नगर पुलिस अधीक्षक मलय जैन, पार्षद पंकज जैन ललितपुर, विधायक नरेश दिवाकर सिवनी। इन्हें समाज की ओर से टीका 'लगाकर, मुकुट पहनाकर व शाल उढ़ाकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर नवभारत जबलपुर के प्रान्तीय
SR No.010142
Book TitleTattvartha Sutra Nikash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRakesh Jain, Nihalchand Jain
PublisherSakal Digambar Jain Sangh Satna
Publication Year5005
Total Pages332
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Tattvartha Sutra, Tattvartha Sutra, & Tattvarth
File Size20 MB
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