SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 16
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्वेताम्बर जैन संघ ट्रस्ट द्वारा पूज्य मुनिश्री को सविनय आमंत्रित कर महावीर भवन में उनके प्रवचनों का कार्यक्रम रखा गया। हOOOOOK 2४५ न्य पवननमाला दिप प्रवचन माला पपू मुनिश्री प्रमाणमागरजी महाराज दिव्योपदेश देते हुये। चातुर्मास काल में अनेक प्रवचनमालाओ का आयोजन हुआ। श्रोताओं की अपार भीड़ प्रत्येक प्रवचनमाला में अक्षर-अक्षर सुनने के लिये उमड़ती रही। ' मुनिका गिर जी D me . नमिनाथ महात्मा का शुभारंभ जेन ध्वजारोहण के साथ पृज्य मुनिश्री एवं आद भैया जी मंत्रोच्चारण करते हये। मिता: मर नेमिनाथ महामस्तकाभिषेक प.पू. मुनिश्री प्रमाणसागरजी शान्ति मंत्रों का पाठ कर रहे हैं। बा.ब. श्री अशोक भैयाजी शान्तिधारा करते हुये। "होवै सारी प्रजा को सुख बलयुत हो धर्मधारी नरेशा"
SR No.010142
Book TitleTattvartha Sutra Nikash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRakesh Jain, Nihalchand Jain
PublisherSakal Digambar Jain Sangh Satna
Publication Year5005
Total Pages332
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Tattvartha Sutra, Tattvartha Sutra, & Tattvarth
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy