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________________ (११६) २० ब, १६१३, मा० तृतीय, कुन्यसागर गुण गायन-सम. ब्र, विद्याधर वर्णी, प्र० प्राचार्य कुषसागर ग्रन्थमाला शोलापुर भा० हिन्दी पृ. ७६, ब० १९४२ मा० प्रथम । कुन्दकुन्द भजनावली--ले० ७० नन्दलाल. प्र. दिग. जैन प्रथमाला मिन, भा० हि०, प्र. ६४, ब० १६४२, प्रा. प्रथम । कुन्दकुन्दाचार्य चरित्र-लेखक तात्या नेमिनाथ पागल, अनु० मूलचन्द किशन दास कापडिया, प्र. दिगम्बर जैन पुस्तकालय सूरत, भा० हिन्धी, पृष्ठ ५३, ५० १६१३ । कुन्दकुन्द वचनामृत--लेखक ब्र० नन्दलाल, भाषा हिन्दी, पृष्ठ ११, व० १६४५। कुनयगज केसरी--सपा० प्रकाशक दिगबर जैन आम्नाय सरभिरणी सभा खुर्जा, भाषा हिन्दी पृष्ट ४३, व० १६११ । कुम्भापुत्त चरियम्--सपा० ए टी. उपाध्ये, भाषा प्राकृत, पृष्ठ १२६ । कुवलय माला कथा--लेखक रत्नप्रभ सूरि भाषा संस्कृत, पृष्ठ २५६, व० १९१५। ___ कुँवर दिग्विजय सिंह-प्रकाशक जैन तत्त्व प्रकाशनी सभा इटावा, भाषा हिन्दी, पृष्ठ १८, वर्ष १९१० । कुसंग विप वृक्ष--लेखक पन्नालाल जैन, प्रकाशक देश हितैषी आफिस बम्बई, भाषा हिन्दी। केशरिया जी का हत्याकांड-ले० वाडीलाल मोतीलाल शाह, प्र० मूलचद किशन दास कापडिया सूरत, भा० हि०, पृ० १३६, २० १९२७ । कृपण पच्चीसी --ले० कवि विनोदीलाल प्र० जैन ग्रथ प्रचारक पुस्तकालय देवबन्द; भा० हि०, पृष्ठ ८, व० १६१० । कन्नड़ प्रान्तीय ताड़पत्रीय ग्रन्थ सूची-सम्पादक प० के भुजबली शास्त्री भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, मूल्य १३)।
SR No.010137
Book TitlePrakashit Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPannalal Jain, Jyoti Prasad Jain
PublisherJain Mitra Mandal
Publication Year1958
Total Pages347
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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