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________________ इन्दौर, उज्जैन, रतलाम, फिरोजाबाद के मंदिरों में आपने मूर्तियां भी विराजमान कराईं। आप श्री दिगम्बर जैन महावीर समिति, फिरोजाबाद के कर्मठ कार्यकर्ता रहे । दिगम्बर जैन पद्मावती पुरवाल फण्ड कमेटी फिरोजाबाद के सक्रिय सदस्य रहे। अपनी जाति की सभा के भी वर्षों मंत्री रहे। श्री पन्नालाल दिगम्बर जैन इण्टर कालिज की स्थापना व प्रगति में आपका आरम्भ से ही अविस्मरणीय सहयोग रहा। आप धार्मिक, सामाजिक सभी क्षेत्रों में सक्रिय होकर सेवा में सन्नद्ध रहते थे। 5 मार्च 1987 को आपने इन्दौर मे नश्वर शरीर का त्याग किया। ब्रह्मचारी पं. बिहारीलालजी शास्त्री ब्र. पंडित श्री बिहारीलाल जी के पिता श्री मोहनलाल जी और माता श्रीमती भूदेवी थीं । आपने ग्राम खेरी, डाकघर बरहन, जिला आगरा में वि. सं. 1963 में पद्मावती पुरवाल आम्नाय में जन्म लिया । 1 ऋषभ ब्रह्मचर्याश्रम, हस्तिनापुर, स्याद्वाद जैन महाविद्यालय बनारस और जम्बू विद्यालय से जैन न्याय मध्यमा, धर्मन्याय शास्त्री की परीक्षायें उत्तीर्ण कीं । सन् 1927 से 1930 तक स्वाध्यायशाला, अम्बाला (छावनी), मेरठ, अलीगढ़ और जलेसर की जैन पाठशालाओं में प्रधानाध्यापक रहे। आपने सहजानन्द शास्त्रमाला मेरठ में पुस्तकों का प्रकाशन भी कराया। अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कंचनबाई ( इन्दौर ) के साथ ही सातवीं प्रतिमा धारण कर उदासीन पूर्वक धर्म परिणिति रखकर जीवन यापन किया । स्व. ब्र. श्रीलालजी काव्यतीर्थ ब्र. श्रीलाल जी का जन्म 1 जनवरी सन् 1896 में टेहू (आगरा) उत्तर प्रदेश में हुआ । यहीं आपकी प्रारम्भिक शिक्षा हुई। आपकी बुद्धि बचपन पद्मावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास 74
SR No.010135
Book TitlePadmavati Purval Digambar Jain Jati ka Udbhav aur Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjit Jain
PublisherPragatishil Padmavati Purval Digambar Jain Sangathan Panjikrut
Publication Year2005
Total Pages449
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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