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________________ उम्मरगढ़ रियासत की प्राचीनता से जुड़ा गांधीनगर फिरोजाबाद का जैन मंदिर श्री दिगम्बर जैन आमनाय के 35 जैन मंदिरों की श्रृंखला में नगर के मोहल्ला गांधी नगर में स्थिति दिगम्बर जैन मंदिर उम्मरगढ़ रियासत की प्राचीनता से जुड़ा हुआ भव्य मंदिर है। जैसा कि लगभग छः दशक से जैन बंधु फिरोजाबाद, आगरा, एटा, मैनपुरी जनपद के ग्रामीण आंचलों से अपने व्यावसायिक व बच्चों की शैक्षिक योग्यता का स्तर ऊंचा करने हेत फिरोजाबाद नगर में आकर बस गए। नगर का गांधी नगर में स्थापित जिनालय 'श्री दिगम्बर जैन मंदिर उम्मरगढ़' के नाम से जाना जाता है। यहां लगभग 250 परिवार गांधीनगर हरीनगर, आर्यनगर जलेसररोड, श्रीनगर एवं गोपाल नगर आदि मोहल्लों से प्रति दिन पूजा अर्चना, अभिषेक हेतु मंदिर जी में आते हैं। प्राचीनता की दृष्टि से वर्तमान उम्मरगढ़ ब्लॉक जलेसर जिला एटा के अंतर्गत आता है। तीन वड़ी रियासतों उम्मरगढ़, कोटला, अवागढ में बड़ी रियासत थी। लगभग 5 शतक पूर्व यहां एक सौ पचास परिवार थे इनकी 52 सर्राफा की दुकानें थीं। उम्मरगढ़ समृद्ध एवं वैभवशाली रियासत थी जहां एक प्राचीन जैन मंदिर था। उम्मरगढ़ में किले के भग्नावशेष आज भी मौजूद हैं। उम्मरगढ़ में 500 वर्ष से पुराना मंदिर ऊंचे पर आज भी अपने स्वरूप में विद्यमान है जिसमें आज भी एक प्राचीन पार्श्व प्रभु की प्रतिमा जी विराजमान है। मंदिरजी की मजबूत शिखर प्राचीनता की छठा पद्मावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास 282
SR No.010135
Book TitlePadmavati Purval Digambar Jain Jati ka Udbhav aur Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjit Jain
PublisherPragatishil Padmavati Purval Digambar Jain Sangathan Panjikrut
Publication Year2005
Total Pages449
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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