SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 294
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ प्रशंसा की गई। साथ ही उन्हें सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर : बाहर से पधारे सभी प्रतिनिधियों में कुछ उल्लेखनीय नाम इस प्रकार हैं-सर्वश्री सुरेशचन्द जैन एडवोकेट, टूण्डला, संजय जैन; पी.आर.ओ. फिरोजाबाद श्री राजेन्द्रपाल जैन जयपुर, श्री छोटेलाल जैन झांसी श्री प्रदीप जैन (पत्रकार) एटा, आदि को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। भजनों के माध्यम से धर्म प्रभावना और रस परिवर्तन करने वाली बहनों श्रीमती इन्द्राणी जैन, श्रीमती ममता जैन, श्रीमती प्रमिला जैन को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। बाल कलाकार तनमय जैन और तरुण जैन को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना 'की गई। । संगठन के अध्यक्ष श्री रमेशचन्द जैन कागजी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी सहयोग बनाये रखने का अनुरोध किया। ग्रंथ लेखक 83 वर्षीय श्री रामजीत जैन एडवोकेट, ग्वालियर और प्राचार्य श्री नरेन्द्रप्रकाश जैन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्री रमेश चन्दजी बहुत भावुक हो गये। अस्वस्थता के कारण न आ सके श्री ब्रजकिशोर जैन के प्रति भी उन्होंने आभार व्यक्त किये। साथ ही पद्मावतीपुरवाल दिगम्बर जैन पंचायत धर्मपुरा दिल्ली-6 और पद्मावती पुरवाल दि. जैन समाज शाहदरा क्षेत्र गांधीनगर के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों के साथ-साथ अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया। प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सहायक सभी महानुभावों और बहनों के साथ-साथ कार्यक्रम के संयोजक श्री चन्दन जैन, संयोजक समिति के सदस्यों और उनके साथियों को भी धन्यवाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। आचार्य श्री विमलसागरजी महाराज के जयघोष के साथ कार्यक्रम पूर्ण हुआ। पद्मावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास 269
SR No.010135
Book TitlePadmavati Purval Digambar Jain Jati ka Udbhav aur Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjit Jain
PublisherPragatishil Padmavati Purval Digambar Jain Sangathan Panjikrut
Publication Year2005
Total Pages449
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy