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________________ पद्मावतीपुरवाल जनसंख्या पर एक दृष्टि यद्यपि प्रामाणिक एवं एकत्रित संकलन साधन उपलब्ध नहीं हैं फिर भिन्न-भिन्न साक्ष्यों के आधार पर विचार किया जा रहा है। इससे पहले जहां मंदिरों का विवरण है वहां पर परिवार संख्या एवं जनसंख्या लिखी गई है। अब उससे आगे दिगम्बर जैन डायरेक्टरी सन् 1914 में इस जाति की आबादी 11591 दर्शायी गई है। भिन्न-भिन्न प्रान्तों में डायरेक्टरी के आंकड़े इस प्रकार हैं - (Jain Community A Social survey vilas A : Saugave) पृ. 119 उत्तर प्रदेश 124, 125, 127, 128, 130 8744 2297 353 146 12 30 9 राजपूताना मालवा पंजाब सेन्ट्रल प्राविन्स (म.प्र.) बम्बई बंगाल-बिहार मद्रास - मैसूर 11591 श्री रामेश्वरदयाल गुप्त, हरिद्वार ने 'वैश्य समाज का इतिहास' लिखकर प्रकाशित द्वितीय संस्करण 1990 में कराया है। इसके अध्याय 28 / 7 पर निम्न प्रकार लिखा है " दिगम्बर जैन पद्मावती पोरवाल ( आबादी 50,000) स्थान एटा, अलीगंज, ब्रज क्षेत्र । श्री पुष्पेन्द्र जैन 13 / 60 हवेली गंगाधर नहर मोहल्ला अजमेर का पोस्ट कार्ड दिनांक 21/3/2000 के अनुसार- अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़ पद्मावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास 199
SR No.010135
Book TitlePadmavati Purval Digambar Jain Jati ka Udbhav aur Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjit Jain
PublisherPragatishil Padmavati Purval Digambar Jain Sangathan Panjikrut
Publication Year2005
Total Pages449
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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