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________________ 54 महामन्त णमोकार : एक वैज्ञानिक अध्ययन ल-सत्योत्पादक, वाणी का ध्वंसक, आत्मोपलब्धि का कारण । ए-गति सूचक, अरिष्ठ निवारक, वृद्धिकारक ऐ-उदात्त, उच्चस्वस्ति होने के कारण वशीकरण, देव-आह्वान में सहायक। ओ-अनुदात्त, लक्ष्मी और शोभा का पोषक, कार्य-साधक आं-मारण और उच्चाटन में प्रधान, कार्य साधक अं-शून्य या अभाव का सूचक, आकाश बीजो का जनक, लक्ष्मी दायक अ-शान्तिदायक, सहायक, कार्यसाधक क-शान्ति बीज, प्रभाव एव सुख उत्पादक, मन्तान प्राप्ति की कामनापूर्ति में सहायक ख-आकाशबीज, कल्पवृक्ष ग-पृथक्कारी, प्रणव के साथ सहायक घ-स्तम्भक बीज, विघ्न नाशक, मारण और मोहन बीजो का जनक ड-शत्रु नाशक, विध्वंसक च-खण्ड शक्ति का सूचक, उच्चाटन बीज का जनक छ-छाया सूचक, मायाबीज का जनक, शक्ति नाशक, कोमल कार्यो में सहायक ज-नूतन कार्यो मे सहायक, आधि-व्याधि निरोधक झ-रेफयुक्त होने पर कार्य साधक, शान्तिदायक, श्रीकारी अ-स्तम्भक, मोहक बीजो का जनक, माया बीज का जनक ट-बन्हि बीज, आग्नेय कार्यों का प्रसारक, विध्वंसक कार्यो का माधक -अशुभसूचक वीजो का जनक, कठोर कार्यों का साधक, रोदनकता, अशान्तिकारी, वन्हिबीज ड-शासन देवताओ की शक्ति जगाने वाला, निम्नस्तरीय कार्यों की सिद्धि में सहायक ढ-निश्चल, मायाबीज का जनक, मरण वीजो मे प्रमुख ण-शान्तिसूचक, आकाश बीजों मे प्रधान, शक्ति स्फोटक त-शक्ति का आविष्कारक, सर्वसिद्धिदायक थ-मंगल साधक, स्वर मातृका योग मे मोहक
SR No.010134
Book TitleNavkar Mahamantra Vaigyanik Anveshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain, Kusum Jain
PublisherKeladevi Sumtiprasad Trust
Publication Year1993
Total Pages165
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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