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________________ ( ८३ ) उत्तर- ज्ञान दर्शनवाला एक जीव है बाकी पाँच द्रव्य अजीव हैं । प्रश्न ( १४० ) - छह द्रव्यों को दूसरी तरह से दो भेद रुप बाँटो ? उत्तर - रुपी और श्ररुपी प्रश्न ( १४१ ) - रुपी कौन है ? उत्तर - स्पर्श रस गंध वर्णवाला पुद्गल रुपी है । प्रश्न (१४२ ) प्ररुपी कौन है ? उत्तर - जीव, धर्म, अधर्म, प्रकाश और काल प्ररुपी हैं । प्रश्न (१४३) छह द्रव्यों को तीसरी तरह से, दो भेद रुप बांटों ? उत्तर - क्रियावतीशक्ति सहित और क्रियावती शक्ति रहित । प्रश्न (१४४) - क्रियावतीशक्ति वाले कौन २ द्रव्य हैं ? उत्तर - जीव और पुद्गल द्रव्य क्रियावती शक्ति सहित हैं । प्रश्न ( १४५ ) - क्रियावतीशक्ति रहित कौन कौन द्रव्य हैं ? उत्तर- धर्म, धर्म, श्राकाश और काल यह चार द्रय क्रियातीशक्ति रहित हैं । प्रश्न (१४६ ) - छः द्रव्यों को चौथी तरह से दो भेद रुप बाँटो ? उत्तर - वैभाविकशक्ति सहित और वैभाविक शक्ति रहित । प्रश्न ( १४७ ) - वैभाविकशक्ति सहित वाले कौन कौन द्रव्य हैं ? उत्तर - जीव मोर पुद्गल वैभाविक शक्ति वाले द्रव्य हैं । प्रश्न ( १४८ ) - वैभाविक शक्ति रहित वाले कौन कौन द्रव्य हैं ?
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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