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________________ ( ५२ ) प्रश्न ( १७ ) - क्या निगोद से लेकर चारों गतियों के जीव और सिद्ध भगवान में समान गुण हैं ? उत्तर - हॉ, सब जीवों में समान गुण हैं। किसी में भी कम ज्यादा गुण नहीं हैं । प्रश्न (१८) -क्या एक परमाणु है, उसमें भी समान गुण हैं, और वह भी गुणों का समूह है । उत्तर- - हाँ परमाणु में भी सिद्ध भगवान जितने गुण हैं और परमाणु भी गुणों का समूह है क्योकि परमाणु वह द्रव्य है । प्रश्न ( १ ) - क्या धर्म, अधर्म, आकाश और काल द्रव्य भी गुणों के समूह है और सबमे सिद्ध भगवान जितने गुण हैं ? उत्तर- धर्मादि सब द्रव्य है और जो जो द्रव्य होता है वह सब गुणों का समूह होता है और उनमें समान गुण होते हैं कम ज्यादा नहीं होते है । इसलिए धर्म, अधर्म, आकाश, काल भी द्रव्य हैं और गुणों के समूह है और सिद्ध भगवान जितने ही प्रत्येक द्रव्य में गुण हैं । प्रश्न ( २० ) - काल द्रव्य तो संख्या में असंख्यात हैं और प्रत्येक काला एक प्रदेशी है, क्या प्रत्येक कालाणु गुणों का समूह है, और कालाणु में भी सिद्ध भगवान जितने गुण हैं ? उत्तर - प्रत्येक कालाणु गुणों का समूह है और सिद्ध भगवान के समान गुण कालाणु में भी हैं क्योंकि कालाणु भी द्रव्य है ।
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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