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________________ ( ५० ) उत्तर - रुपया, सोना, चान्दी श्रादि में जितने परमाणु हैं वह प्रत्येक परमाणु गुणों का समूह द्रव्य है । प्रश्न ( C ) -- भगवान ने द्रव्य किसे बताया है ? उत्तर- गुणो के समूह को द्रव्य बताया है । प्रश्न (१०) -- द्रव्य के पर्यायवाची शब्द क्या २ हैं ? उत्तर-वस्तु कहो, सत् कहो, सत्ता कहो, तत्त्व कहो, श्रन्वय कहो, अर्थ कहो, पदार्थ कहो, आदि द्रव्य के पर्यायवाची शब्द है । प्रश्न ( ११ ) -- क्या मैं भी गुणों का समूह हूँ ? उत्तर - हाँ, मैं भी गुणों का समूह हूं क्योंकि मैं एक जीव द्रव्य हूँ । प्रश्न ( १२ ) -- क्या प्रत्येक सिद्ध भगवान भी गुणों का समूह है ? उत्तर - हा प्रत्येक सिद्ध भगवान भी गुणों का समूह है क्योंकि वह पृथक पृथक जीव द्रव्य है । प्रश्न ( १३ ) -- क्या श्वास में अठारह बार जन्म मरण करने वाले गोदिया जीव भी गुणों का समूह हैं ? उत्तर - प्रत्येक निगोदिया जीव भी गुणों का समूह है क्योंकि वह भी जीव द्रव्य है । प्रश्न ( १४ ) -- मक्खी, जू, पेड़ का जीव, मछली, आदि तिर्यच भी गुणों का समूह हैं ? उत्तर - अरे भाई, निगोद से लगाकर दो इन्द्रिय जीव, तीन इन्द्रिय जीव, चार इन्द्रिय जीव, पाँच इन्द्रिय असनी और
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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