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________________ (१३६) प्रश्न (८१)--सम्यग्ज्ञान क्या है ? उत्तर--प्रात्मा के ज्ञान गुण की स्वभावअर्थ पर्याय है। प्रश्न (८२)--ौपशमिक सम्यक्त्व क्या है ? उत्तर-प्रात्मा के श्रद्धा गुण की स्वभावप्रथं पर्याय है। प्रश्न (८३)--सिद्ध दशा क्या है ? उत्तर-प्रात्मा के सम्पूर्ण गुणों की स्वभावअर्थ पर्याय और स्वभावव्यजन पर्याय है। प्रश्न (८४)-पूजा का भाव क्या है ? उत्तर- प्रात्मा के चारित्र गुण की विभावअर्थ पर्याय है। प्रश्न (८५)-पूजा की क्रिया क्या है ? उत्तर--प्राहार वर्गणा के क्रियावती शक्ति की विभावअर्थ पर्याय है। प्रश्न (८६)-लोटा क्या है ? उत्तर- प्राहारवर्गणा के प्रदेशत्व गुण की विभावव्यंजन पर्याय है प्रश्न (८७)-केवलदर्शन क्या है ? उत्तर-जीव द्रव्य के दर्शन गुण की स्वभावअर्थ पर्याय है। प्रश्न (८८)--बदबू क्या है ? उत्तर-पुद्गल द्रव्य के गंध गुण की विभावप्रथं पर्याय है। प्रश्न (८६)-खूशबू क्या है ? उत्तर-पुद्गल द्रव्य के गंध गुण की विभावप्रर्थ पर्याय है।
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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