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________________ विषय रिखश्री (माता जिनदास) रिप्टसमुच्चय रूपचन्द्र ( पं० ) रूपचन्द पांडे रूपचन्दशतक रूरा रेखा ( पुत्र धर्मदास ) रैराज रोहिणी व्रत कथा रोहितासपुर (रोहतक) लक्ष्मण (साहू) लक्ष्मण लक्ष्मी (माता नागराज ) लक्ष्मीचन्द्र लक्ष्मीचन्द्र (मुनि) लक्ष्मीभूषण लक्ष्मणश्री लक्ष्मीसेन लखमसेन ( १३२ ) पृष्ठ ३३ * ७६, ७१, ११३ ७७,८० 50 २८ ३२ ५ २२ ६४ ६७ १०१ ५८ १३, १५, १७ १०० ३४ लब्धिविधानकथा १५१६, २२ ललितकीर्ति २८,२६,१०२ ललितकीर्ति ( भ० ) २१,२२,३३,४७ ललितपुर लंबकचुक (कुल) लंबकंचुक (लमेचू ) लालजी विषय पृष्ठ लालजी (लालजीमल पुत्र वादिराज ) ३६ ४, ४३ ५६ २०, २६, २६ ५६,८६ १०२ लाल (ड) बागड ( स घ ) लाड बागडसंघ ५२,६६,६२ लूकरण ( पं० ) जीकाशास्त्र भंडार ६२ लूणकरण ( पं० ) ४८ लोणा लोहपत्तन (नगर) लोहाचार्य श्रन्वय घेरवाल (जाति) ५ वर्धमrearra ३१, ४८ वर्धमानटोला ७ चट्टर वत्स (गोत्र) वनमाली प्पनन्दी वर ( नर ) देव वर्धमान aa मानचरित्र aa मान चरित्र वसुनन्दी देश वागडदेश वागडसंघ ५ ३३ ५० ८,२६ ६० ४५ ४६ ६२ वाग्भट (ह) कवि वाग्भट (वाग्भट्टालंकारके कर्ता) ८५ ४५ ប १८ २१ ५३ ५५,५७ १५३ ४७ ४ ७, १०३, १०४
SR No.010101
Book TitleJain Granth Prashasti Sangraha 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParmanand Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1954
Total Pages398
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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