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________________ विषय पृष्ठ देहली ८, १७३८, २०, ६४, देहली- पंचायती मन्दिर ४४ थापाल (नागराजके पिता) ५८ दवणाधीश्वर ६३ afasia द्राविड (संघ) द्रव्यप्रवृत्ति ( १२३ ) धनपालरास धरसेन धरसेनाचार्य ५३ द्रोपदि नामक प्रबन्ध द्विसंधreator- टीका (पदकौमुदी ) २३ धनकलशकथा २२ धनजी सवा २४ १२ ८८ ५५ ६८,६० २३, ४८, ६०, ११३ धन्यकुमारचरित्र ११, १४, ४१, ५५ धवला धनंजय विषय धर्मपरीक्षारास धर्मप्रश्नोत्तर श्रावक चार धर्मरत्नाकर ४ ५० धर्मोपदेशपीयूषवर्ष 100 धर्मकीर्ति ( भ० ) धर्मचक्र पूजा धर्मचन्द्र धर्मदास (ब्रह्मचारी) धर्मदास (बिराज पुत्र ) धर्मदेव धर्मपं चविंशतिका (धर्मविलास ) ११ धर्मपरीक्षा २७ धर्मश्री ( पत्नी धर्मदास ) धर्मसेन ४, ७, ४८, ५०, धंग धरवाड धरसेन ( पं० धारा (नगरी) धीरा कल्हू पुत्र ) धूर्जटि ध्यानस्तव नन्दीसंघ नन्दी ( गण ) नन्दीतटगच्छ ३१, ४२, ४८, नन्दीश्वर कथा नन्दीश्वर पूजा नन्दीश्वरविधान नन्दीश्वरव्रतकथा पृष्ठ ७०, ७२ ११ ४, ५३ ३२ नयनन्दी नयसेन ५२,८० १३, १४, १८ ५६ ६२ ३६ ६५, ६८, ६६, ८२ と ६५, ६६ ३५ १८, ३०, ७५, ७६ ६७ २८, २६, ७६ ६३, ६४, ११२ १३, ३३, ८६ ११ ३२ ८६ ८५ नयामन्दिर धर्मपुरा ( देहली ) २७ ७३ ४६ नवदा (नदी) नरसिंहाचार्य १११ ३० ६४ ४२ २२ ६५, ६६, ७०
SR No.010101
Book TitleJain Granth Prashasti Sangraha 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParmanand Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1954
Total Pages398
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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