SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 71
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ चौथे आरे में बलदेव हुये, उनके नाम, पिता-माता के नाम, आयु, राजधानी और गति निम्न प्रकार हैं नं० नाम ४ सुप्रभ ५ सुदर्शन १ श्रचल २ विजय ब्रह्म राजा ३ भद्र ( सुधर्म ) रुद्र राजा सोम राजा शिव राजा सहस्र राजा श्रानन्द (नन्दमित्र) पिता नन्दन (नन्द सेन) पद्मरथ (राम) बलभद्र प्रजापति प्रदेश राजा दशरथ राजा वसुदेव राजा माता भद्रा रानी सुभद्रा रानी सुप्रभा रानी सुदर्शना रानी विजया रानी विजयंती रानी जयन्ती रानी प्रव्रजिता रानी रोहिणी रानी श्रायु ८६ लाख वर्ष वर्ष ७६ लाख ६६ लाख वर्ष ५५ लाख वर्ष १७ लाख वर्ष ८५ हजार वर्ष ६५ हजार वर्ष १५ हजार वर्ष १२ सौ वर्ष राजधानी पोतानपुर द्वारावती "" "" अम्बपुर चक्रपुर वाणारसी राजगृह मथुरा गति मोक्ष " 39 19 "" "3 " 99 ब्रह्मदेव लोक खण्ड] जनधर्मानुसार जैनधर्मका संक्षिप्त इतिहास * ३६
SR No.010089
Book TitleJail me Mera Jainabhayasa
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages475
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy