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________________ ( २७ ) लिये जिस तरह भोजन की आवश्यकता होती है उसी तरह निद्रा भी बड़ी उपयोगी है । कितने ही लोगों को नींद नहीं आया करती । नींद न आने के कारण चरक में इस प्रकार लिखे हैं-अधिक दस्तों का आना, नाक के द्वारा छींक लेने से मलका अधिक निकल जाना, वमन, भय, चिंता, क्रोध, धूम्रपान, स्त्री संगम, चारपाई का खराब होना । ये सब काम नींद में अहितकर हैं अर्थात् इनसे आई हुई नींद भी नष्ट हो जाती है । और हां, सत्व गुण के बढ़ने और तमोगुण के घटने से नींद कम हो जाती है । बुढ़ापे में भी लोगों को नींद बहुत कम आती है। । सोने के पूर्व गत् दिवस के सब कामों का विचार करके बुरे कामों का पश्चाताप तथा अच्छे कार्यों की वृद्धि की भावना करनी चाहिये____ "मुझे विकारी कोई स्वप्न मत प्रायो, विषयवाञ्छा भय, चिंता सव दूर होमो, निद्रा से सब थकावट दूर होकर नव चैतन्य प्राप्त होओ, सुबह बराबर चार बजे प्रसन्नता पूर्वक निद्रा त्याग होश्रो," इस प्रकार कम से कम तीन
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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