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________________ ( ६२ ) कुशल कर्म कारीगर ने सजावट करने में बुद्धि का बहुत ही सुंदर उपयोग किया है. इस बंगले में छः खिडकियां है, एक दरवाजा है, और ऑफिस भी वहीं पर है. इस मकान में अच्छी हवा आने के लिये और गंदी हवा निकलने के लिये दो खिडकियां है. जिन्हें नासिका कहते हैं, जो Ventilation का काम करती है. खिडकियां प्रकाश देने वाली है. प्रकाश की जरूरत हो तो उन खिडकियों को खोल दो और अगर अंधेरे की जरूरत हो तो उन खिडकियों को बंद कर दो। तुरंत अंधेरा हो जायेगा. दो खिडकियां आवाज आने की है । उनसे आवाज सुनाई पडती हैं. वे टेलिफोन का काम करती हैं. मुंह दरवाजा रूप है उसमें सिपाही बैठा हुआ वह योग्य को अंदर आने देता है और अयोग्य को जाते हुए रोकता है. 1 A aftars es ऑफ है. उसमें दफ्तर है. सब घर वालों की फरियाद वहां पहुंचती है. और उस फरि याद की सुनवाई वहां पर होती है. अगर कोई सुनवाई न करे तो उसे दूसरी तीसरी बार आज्ञा देकर मकान की तथा अपने आश्रितों की रक्षा करवाता है. ' उदाहरणार्थ पांव में कांटा लगते ही तुरंत उसकी फरियाद ऑफिस में चली जाती है. वहां से हाथ पर हुक्म छूटता है कि कांटे को शीघ्र निकालो. आज्ञा पाते हाथ पैर की मदद के लिये दौड़ता है, काटे को "
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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