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________________ ( २६ ) भारतीयों की भाषा मे असत्यता, अप्रियता व कटुता है. वाइसराय अपने नौकर से चाय मंगवाते हैं तब बोलते हैं, Please tea Please water अर्थात् मेहरबानी करके चाय लाओ, मेहरबानी करके जल लाओ और उसके लाने के बाद वाइसराय उसको Thank you कहते हैं अर्थात् मैं तुझे धन्यवाद देता हूं. कहां तो मासिक २१००० रुपये की तनख्वाह पाने वाले वाइसराय कि जिनकी आज्ञा में भारत वर्ष के राजा रहते हैं. और वे उनको अपनी राजधानी में बुलाकर उनके स्वागत में दो तीन दिन में ही तीन लाख रुपये तक खर्च कर देते हैं. ऐसे महान पद वाले का भी भाषा में इतनी मधुरता व नम्रता है परन्तु भारतीय मनुष्यों की भाषा कि जिसमें माता, बहिन व बेटी के भी सामने हलकी व अश्लील भाषा का उपयोग निःशंकोच करते हैं. युरोप में गालियां देने के रिवाज बहुत कम हैं कभी कोई किसी को गलती से कठोर शब्द कह देता है तो सुनने वाला उसको बहुतही मधुरता से कहता है कि अगर आपको कोई ऐसा शब्द कहे तो आप उसे क्या कहेंगे या क्या आज आपकी तबीयत ठीक नहीं है या क्या आपने यह गलती अपने जीवन में पहिल ही की ? इस प्रकार वह उसको शांत करता है.
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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