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________________ ( १६ ) फ्रान्स वालों ने उसे अपना राजा बना दिया। उसने न्याय और नीति से अपनी प्रजा का पालन किया । ___प्यारे वीर पुत्रो ! इस पाठ से आप समझ गए होंगे कि मनुष्य जैसा चाहे वैमा वन मकता है। आपको अपने को विश्व के एक महापुरुष वनाने की कोशिश करना चाहिये । पाठ ११-एक रुपये में कन्या भवन । एक शहर में एक परोपकारिणी स्त्री ने गरीब लड़कियाँ के पढ़ने के लिए एक पाठशाला खोली । इधर उधर भटकने वाली अनाथ तथा गरीब लड़कियाँ को वहां पढ़ना लिखना सिखाया जाता था । ये लड़कियाँ सुबह से शाम तक तो पाठशाला में पढ़ती थीं और छुट्टी होने पर इधर उधर भटकती थीं; क्योंकि उनके रहने के लिए कोई घर नहीं था। इनमें एक लड़की मेहनत से पढ़ती लिखती और ध्यान से उपदेश सुनती थी। उसके मन में विचार आया कि ये लड़कियाँ इधर उधर भटकती रहने से विग) ड़ती हैं । इसलिए इनके रहने के लिए अगर कोई मकान 'बन जाय तो क्या ही अच्छा हो ? वह लड़की धुन की -
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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