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________________ [५१] और आँख ) वाले जीव । जैसे-मक्खी , मच्छर, भौंरे, पतंग, टिड्डी आदि। ३ पंचिन्द्रिय-पाँच इन्द्रिय (शरीर, मुँह, नाक, आँख, और कान ) वाले जीव । जैसे-गाय, - मगर, पक्षी आदि तिर्यंच, मनुष्य, देवता ' और नरक के जीव । " चौपाई-हों जिनके शरीर मुख दो ही।'' बेइन्द्रिय कहलावे सो, "हीं॥ तन मुख और नाक जो पाते।' ' 'वे त्रस तेइन्द्रिय कहलाते ॥ . तन मुख नाक आँख जो, राखे। चौ इन्द्रिय सब उन को भाखे॥ तन मुख नाक आँख अरु काना । पंचेन्द्रिय स जीव बखाना॥ . शिक्षा-इन जीवों को जान कर हमें किसी को दुःख नहीं देना चाहिये । दुःख देने से दुःख भोगने पड़ते हैं । कोई जीव दुःखी हो तो उसका दुःख दूर करने का उद्यम करना चाहिये । .. यह हमारा पवित्र काम है। .
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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