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________________ विषयानुक्रमणिका. م س س س سه < विषय प्रथम अध्याय १ मंगलाचरण... ... ... गुरुमहिमा नमस्कार खरवणोका विवरण व्यंजनवर्णाका विवरण ... ... सयुक्ताक्षरोंका वर्णन ... बारहमक्षरीका वर्णन ... बारहमक्षरीका खरूप . दो अक्षरोके शब्द • तीन अक्षरोंके शब्द . चार अक्षरों के शब्द ... छोटे वाक्य ... ... ... कुछ बड़े वाक्य ... कुछ आवश्यक शिक्षायें व्याकरणविषय। शुद्धाशुद्ध उच्चारण प्रथमसधिका विवरण वर्णविचार ... . वर्णके स्थान और प्रयन ... प्रयत्नवर्णन.... ... प्रथमभेद-दीर्ष ... दूसराभेद-गुण ... ... तीसराभेद-वृद्धि ... चौथामेद-यण ... पाचवामेद-अयादि ... व्यञ्जनसधि... ... ... विसर्गसंधि ... ... ... शब्दविचार... ... ... संज्ञाका विशेष वर्णन सर्वनामका विशेष वर्णन ... (शेषणका विशेषत्व. ... कियाका विशेष वर्णन ... कालविवरण .. . पुरुषविवरण पृष्ठ विपय लिङ्गविवरण ...... वचनवर्णन ... ... १ कारकोंका वर्णन ... .. १. अव्ययोंका विशेष वर्णन ... १ वाक्यविचार ... ... द्वितीय अध्याय २ २ चाणक्यनीतिसार दोहावली ३. सुभाषितरत्रावलीके दोहे ... ... ... चेला गुरु प्रश्नोत्तर तृतीय अध्याय ३ । स्त्रीपुरुषोंका धर्म ... ... ... ... ४त्रीका पतिके साथ कर्तव्य... .. ... | पतिका स्त्रीके साथ कर्तव्य ..... ... पतिव्रता स्त्रीके लक्षण ... ... पतिव्रताका प्रताप ... ... ... पतिके पश्चात् पतिव्रताके नियम ... स्त्रीका ऋतुमती होना . ... ९. रजोदर्शनसे शरीरम फेरफार ... रजोदर्शन होनेका समय ... .. रकक्षावका साधारण समय ... | नियमित रजोदर्शन ..... | रजोदर्शनके पहले विह ... | रजोदर्शन बदके कारण ... रजोदर्शन करनेसे हानि ... १३ रजोदर्शन समय स्त्रीका कर्तव्य ... १३ रमोचित वर्ताव न करनेसे ... १४ रजो योग्य संभाल न होनेसे १५] लकपर असर ... ... १५मणीस्त्रीके वर्ताव ... ... • १६गर्मिणीस्त्रीका दोहद ... ... १७॥ पेटमें बालकका फिरना ... ... ... गर्मिणीके दिन पूरे हुएका चिह ... १७/मासपरत्व गर्भस्थितिकी दशा ... गर्भसमय विपरीत पदार्थ . .. ... १०० १०० १०१ १०१ M०२ । १०२ १०३ १०३ १०४ १०५ ११२ ११२ १२२
SR No.010052
Book TitleJain Sampradaya Shiksha
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages316
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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