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________________ त्रनयन्त्रमनधनप्रणप्रनयन्त्र ण मययनत्रणवत्रत्रधश्रधनयन्त्रमन्त्र स्तवन-विभाग ५५६ anorma raha.moon........ अट्ठम गिणो ए । प्रत्याख्यान प्रवाद नामें नवम, विद्या प्रवाद दशमो कह्यो ए ॥१॥ इग्यारम नाम कल्याण प्राणायु बारमो क्रिया विशाल तेरम भणो ए। विन्दुसार इण नाम चवदे ए कह्या, शास्त्र थकी मैं संग्रह्या ए ॥५॥ ॥ श्री विमलाचल शिर तलो ॥ उत्पाद पूर्व सोहामणो, कोटी पद परिमाण । षट् भाव प्रगट छे ते जहां त्रिपदी भाव विनाण ॥६॥ सर्व द्रव्य पर्याय तणों, जीव विशेष प्रमाण । दुजो पूर्व आग्रायणी छिन्नं लख पद जाण ॥७॥ पद लख सत्तर जेहनी संख्या परए एह, वीर्य्य प्रबलता जीवनी भाखो तीजे तेह ॥८॥ चौथे पूर्व जे कह्यो अस्ति नास्ति प्रवाद, पद संख्या साठ लाखनी सप्तभंगी स्याद्वाद ॥९॥ ग्यान प्रवाद पद पांचमों, सूत्रे आण्यो जोड । मत्यादिक पण भेदसू पद संख्या इक कोड ॥१०॥ सत्यप्रवाद छठा कहूं भाखू सत्य स्वरूप । संख्या पद इक कोडनी भाखी आगम अनूप ॥११॥ नित्यानित्य पणो इहां आतम द्रव्य स्वभाव । छब्बीस पद कोड जेहना सूत्रे आण्या भाव ॥१२॥ कर्म प्रवाद तणों हिये प्रगट पणे अधिकार । लाख असी पद जेहना कोडी इग निरधार ॥१३॥ नवमों पूर्व कहूं हिवे नामे प्रत्याख्यान । लाख चौरासी * जेहना पद संख्या चित आन ॥१४॥ अतिशय गुण संयुत भणी साधन साध्य निदान । विद्या अनूपम सातसौ कोडी बरस लख जान ॥ १५॥ कल्याण नाम इग्यारमो, छव्वीस कोड प्रमाण । ज्योतिष शास्त्र विचारणा चौविह देव कल्याण ॥१६॥ प्राणायु पद बारमो, छप्पन लख इग कोड । प्राण निरोधन जे किया शास्त्र आण्यो जोड़ ॥१७॥ क्षायिकादिक जे क्रिया छन्द क्रिया सुविशाल । पद संख्या नव कोडनी तेरमी क्रिया विशाल ॥१८॥ लोकसार विन्दु चवदमो नामें अरथ निहाल । पद संख्या इग कोडनी लाख पचवीस सम्भाल ॥१९॥ लोक प्रत्यक्ष देखन भणी संख्या गज परिमाण । सोले सहस अरु तीनसौ और तयासी जाण ॥२०॥ पूरब संख्या ए कही गुणमाला थी देख । आगे बुधजन साधयो बाकी देश विशेष ॥२१॥ Idalipelastrolenbolotaolodbalatastatistiltoashdasarlahabalestialisatoslarkiyaalotalodaab kasetalistulatakhatalathkshfinitatistatitlelalithaliratkilalitainleshtatichhorthatantratithinthinetriotsote नयन्त्रणमननननननननननननननननननननननननननन
SR No.010020
Book TitleJain Ratnasara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSuryamalla Yati
PublisherMotilalji Shishya of Jinratnasuriji
Publication Year1941
Total Pages765
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size32 MB
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