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________________ heartstranslatest trailer that is the state विधि-विभाग eจไดไไไไไทยไอดในใจได้ในระดในไท โคโคลดใดใดใดได้ลได้ แต่ได้ ไeeใน iss is the o8 Mgles is the ___ॐ ह्रीं अमृते अमृतोद्भवे अमृत वर्षिणि अमृतं श्रावय श्राव्य से से क्लीं क्लीं ब्लू ब्लू ह्रां ह्रीं द्रां द्रीं द्रावय द्रावय ह्रीं जलदेवी देवान् अत्रागच्छ अत्रागच्छ स्वाहा । इसके बाद इस मन्त्र से जलदेवी को बलि चढ़ावे । ____ ॐ आँ ह्रीं क्रौं जलदेवी पूजावलिंगृहाण गृहाण स्वाहा । इसके बाद गङ्गादेवी को अष्टद्रव्य से निम्न मन्त्र पढ़ कर जल चढ़ावे । , १ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लं जलं समर्पयामि स्वाहा । २ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लं चन्दनं समर्पयामि । ३ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लं पुष्पं समर्पयामि । ४ ॐ में ब्लू धूपं समर्पयामि । ५ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लू दीपं समर्पयामि । ६ ॐ में ब्लू अक्षतं समर्पयामि । ७ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लू नैवेद्य समर्पयामि । ८ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लू फलं समर्पयामि । ९ ॐ ह्रीं क्लीं ब्लू वस्त्रं समर्पयामि । ____ इसके बाद जलके सम्पूर्ण कलशों पर नारियल रख ऊपर से लाल कपड़ा बांध देवे और विसर्जनादि सब कार्य पूर्ववत् करे 1 और गाजे वाजे के साथ ही वापिस अखण्ड जल*धारा देता हुआ मन्दिर में आवे । भगवान् के दाहिनी तरफ कलशों को रखे और । अधिष्ठायक क्षेत्रपाल ( भैरूं ) जी की पूजा निम्न मन्त्र से करे । १ ॐ ह्रीं क्षा क्षीं क्षं ः क्षों क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा जल चढ़ावे । २ ॐ ह्रीं क्षां क्षीं क्षं झै क्षौं क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा चन्दन चढ़ावे । क्षा क्षी झू ः क्षों क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा पुप्प चढ़ावे । क्ष क्षौं क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा तेल चढ़ावे । झू क्षों क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा सिन्दुर चढ़ावे । झू क्ष क्षौं क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा धूप चढ़ावे । क्षी झू झें क्षों क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा दीपक चढ़ावे । १८ ॐ ह्रीं क्षा क्षी क्षुः क्षों क्षः क्षेत्रपालाय नमः स्वाहा अक्षत चढ़ावे । Shuttlelete พใด ไพไปยได้ใN.ได้ไกลไหล ไหลไคลได้ไกดไดใจใครจะ ไพโดยดูโreใกลไกใจได้งได้ใจได Tave ใน ให้ 06 M - e 8 8 8 ho ho ho ho ho 8 8 28 F-65-6 "FAGE ไทยใจไกลไกลโคไeteele ในไอดไฟไดหนองปลไก 4 les * प्रतिष्ठा अष्टान्हिकादि उत्सवों में ही जलयात्रा निकाली जाती है।
SR No.010020
Book TitleJain Ratnasara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSuryamalla Yati
PublisherMotilalji Shishya of Jinratnasuriji
Publication Year1941
Total Pages765
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size32 MB
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