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________________ PANKadhkekarettohtokerdihistambakesab kratikhakaraheshsakass torrent to telechar hathoki २७० जैन-रत्नसार -rrrrromrama 225THABladiasisteasibios2017MadhaRAMRomalindiaHEAirlittle विशिष्टेन्द्राय नमः स्वाहा । २७ ॐ जलकान्तेन्द्राय नमः स्वाहा । २८ ॐ जलप्रभेन्द्राय नमः स्वाहा । २९ ॐ अमितगतीन्द्राय नमः स्वाहा । ३० ॐ मितवाहनेन्द्राय नमः स्वाहा । ३१ ॐ बेलवेन्द्राय नमः स्वाहा । ३२ ॐ प्रभंजनेन्द्राय नमः स्वाहा । ३३ ॐ घोषेन्द्राय नमः स्वाहा । ३४ ॐ महाघोषेन्द्राय नमः स्वाहा । ३५ ॐ कालेन्द्राय नमः स्वाहा । ३६ ॐ महाकालेन्द्राय नमः स्वाहा । ३७ ॐ सरूपेन्द्राय नमः स्वाहा । ३८ ॐ प्रति रूपेन्द्राय नमः स्वाहा । ३९ ॐ पूर्णभद्रेन्द्राय नमः स्वाहा । ४० ॐ * माणवेन्द्राय नमः स्वाहा । ४१ ॐ भीमेन्द्राय नमः खाहा। ४२ ॐ महा भीमेन्द्राय नमः स्वाहा । ४३ ॐ किन्नरेन्द्राय नमः स्वाहा । ४४ ॐ किंपुरुषेन्द्राय नमः स्वाहा । ४५ ॐ सत्पुरुषेन्द्राय नमः स्वाहा । ४६ ॐ महापुरुषेन्द्राय नमः स्वाहा । ४७ ॐ अमितकायेन्द्राय नमः स्वाहा । ४८ ॐ महाकायेन्द्राय नमः स्वाहा । ४९ ॐ गीतरतीन्द्राय नमः स्वाहा । ५० ।। ॐ गीतयशेन्द्राय नमः स्वाहा । ५१ ॐ सन्निहितेन्द्राय नमः स्वाहा । ५२ ॐ सामानिकेन्द्राय नमः स्वाहा । ५३ ॐ धानेन्द्राय नमः स्वाहा । ५४ ॐ विधानेन्द्राय नमः स्वाहा । ५५ ॐ ऋषीन्द्राय नमः स्वाहा । ५६ ॐ ऋषिपालेन्द्राय नमः स्वाहा । ५७ ॐ ईश्वरेन्द्राय नमः स्वाहा । ५८ ॐ महेश्वरेन्द्राय नमः स्वाहा । ५९ ॐ वत्सेन्द्राय नमः स्वाहा । ६० ॐ विशालेन्द्राय नमः स्वाहा। ६१ ॐ हास्येन्द्राय नमः स्वाहा । ६२ ॐ श्रेयेन्द्राय नमः स्वाहा । ६३ ॐ हास्यरतेन्द्राय नमः स्वाहा । ६४ ॐ महा श्रेयेन्द्राय नमः स्वाहा । तृतीय वलय इसके बाद १६ विद्या देवियों के नाम की स्थापना कर पूजा करे और १६ सुपारी चांदी के बरक लगी हुई चढ़ावे । १ ॐ रोहिण्यै नमः स्वाहा । २ ॐ प्रज्ञप्त्यै नमः स्वाहा । ३ ॐ वज्र शृङ्खलायै नमः स्वाहा । ४ ॐ वजांकुशायै नमः स्वाहा । ५ ॐ चक्र श्वर्यै नमः स्वाहा । ६ ॐ पुरुपदत्तायै नमः स्वाहा । ७ ॐ काल्यै नमः མོགཱགཱགཱ་ཨཱ ཨཱཀཱི ཀཱནཱ ཨཱཨཱཡཱཝཀཱཡཱནྟི ནཱ ཨཱིཀཱཀྐནཱཧཱིཧཱུྃཨཱཧཱ ཨཱཝཱ་གཱཧཡ། ཨཱ་པཱཧཱ' ཡཧཱ ཀ ཀཱ་ག་ཨལ། , ཨཱམཱ ཀཱ་མཱ་ཡཱཾ r', པདྨ་ 1 5-31TMANAKAMANGSTER22
SR No.010020
Book TitleJain Ratnasara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSuryamalla Yati
PublisherMotilalji Shishya of Jinratnasuriji
Publication Year1941
Total Pages765
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size32 MB
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