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________________ baitaitantentantestantnita tentantenten tentanton Latest Naa १३८ जैन - रत्नसार सावध व्यापार न करे । असत्य न बोले । सारा दिन तपस्याकी माला फेरने में निकाले | पारणा करनेके दिन देव दर्शन कर गुरु को आहार पारणा करे । अन्तमें अगर सभी प्रकारसे किसी तरहकी भी क्रिया न कर सके तो देवपूजन करवाकर जिनमन्दिरमें गाना बजाना नाटक करे और शुभ भावना भावे और तप के दिन तप पढ़ के गुणभेद प्रमाण संख्या से काउसग्ग करे और तपस्या के गुणों को स्मरण कर उतने ही खमासमण देकर वन्दना करे । उस पढ़ का गुण याद करके उदात्त ( ऊंचे ) स्वर में मुख से उच्चारण करना तथा प्रसन्न चित्त रहना । बीस स्थानक माला और काउसग्ग प्रमाण १ ' णमो अरिहंताणं' २० माला और १२ लोगरस का काउसग्ग करना । २ ‘णमो सिद्धाणं' २० माला और ३१ लोगस्स का काउसग्ग करना । ३ ‘णमो पवयणस्स' २० माला और २७ लोगस्स का काउसग्ग करना । ४ ' णमो आयरियाणं' २० माला और ३६ लोगस्स का काउसग्ग करना । ५ ‘णमो थेराण' २० माला और १० लोगस्स का काउसरग करना ६ ' णमो उवज्झायाणं' २० माला और २५ लोगस्स का काउसग्ग करना । ७ ‘णमो लोएसव्वसाहूणं' २० माला और २७ लोगस्स का काउसग्ग करना । ८ ' णमो णाणस्स' २० माला और ५१ लोगस्स का काउसग्ग करना । ९ ' णमो दंसणरस' २० माला और ६७ लोगस्स का काउसग्ग करना । १० ‘णमो विणयसंपण्णाणं' २० माला और ५२ लांगरस का काउसग्ग करना । ११ ' णमो चारित्तस्स' २० माला और ७० लोगस्स का काउसग्ग करना । १२ ‘णमो बंभव्वय धारीणं २० माला १९ लोगस्सका काउस्ग्ग करना । १३ ' णमो किरिआण' २० माला और २५ लोगस्स का काउसग्ग करना । १४ ' णमो तवस्तीर्ण' २० माला और १२ लोगस्स का काउसग्ग करना । १५ ' णमो गोयमस्स' २० माला और १२ लोगस्स का काउसग्ग करना । १६ 'मो जिणाण' २० माला और ३० लोगस्स का काउसग्ग करना । उनले O in I at tell toll In intitul | Handon York leobalatafotobiel of chet se
SR No.010020
Book TitleJain Ratnasara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSuryamalla Yati
PublisherMotilalji Shishya of Jinratnasuriji
Publication Year1941
Total Pages765
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size32 MB
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